विभाजन के गुमनाम शहीदो को नमन
विभाजन की त्रासदी के शहीदों को नमन, 1947 में देश बंटवारे के दौरान हिंदुस्तान आते समय शहीद हुए पूर्वजों को श्रद्धांजलि देगा पंजाबी महासभा।
रिपोर्ट _ कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश, भारत की आजादी के साथ एक काला अध्याय विभाजन का रहा है , जिसमें कई परिवारों ने अपनी आहुति दी है , अपनी सरजमीं को छोड़कर अंग्रेजों की चालबाजी से भारत के दो टुकड़े कर दिए , हिंदू और मुस्लिम एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए, आपसी भाईचारा भूल कर एक दूसरे को खदेड़ने पर लग गए, जिसका परिणाम यह हुआ कि सिंध और पाकिस्तान में बसे हुए हिंदू परिवार ने अपने सदस्यों को पार्टीशन कि इस विभीषिका में खो दिया।:
पंजाबी महासभा ऋषिकेश 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस कार्यक्रम मनाएगी। त्रिवेणी घाट पर शाम के समय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा। जिसके बाद हवन किया जाएगा। अंत में गंगा आरती कर कार्यक्रम का समापन होगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वर्ष 1947 में देश बंटवारे के दौरान हिंदुस्तान आते समय शहीद हुए पूर्वजों को श्रद्धांजलि देना है।
शुक्रवार की शाम त्रिवेणी घाट स्थित एक होटल में पंजाबी महासभा ऋषिकेश ने इस कार्यक्रम के संबंध में प्रेस वार्ता की। पंजाबी महासभा के पदाधिकारियों ने बताया कि वर्ष 1947 में देश बंटवारे के दौरान हुए कत्लेआम के बीच करीब 10 लाख पूर्वज शहीद हो गए थे। जिनको उस दौरान अग्नि जल तक नहीं मिल पाया। शहीद हुए पूर्वजों को सम्मान देते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2021 को लाल किले से घोषणा की थी कि प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद से पंजाबी महासभा के अंदर एक उत्साह है कि प्रधानमंत्री ने उनके पूर्वजों को आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान सम्मान दिया है। इसलिए पंजाबी महासभा त्रिवेणी घाट पर विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस 14 अगस्त को मना रही है। इस कार्यक्रम के तहत त्रिवेणी घाट पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा। जिसके बाद हवन और गंगा आरती की जाएगी। इस दौरान 1947 के दौरान हिंदुस्तान में मौजूद उन जीवित हस्तियों को बुलाया जा रहा है। जिन्होंने उस त्रासदी को अपनी आंखों से देखा है। हालाकि उम्र के इस पड़ाव में जितने भी जानकारी वह साझा करेंगे उसे पंजाबी महासभा एक रिकॉर्ड के तौर पर अपने पास संग्रहित करेगी। कार्यक्रम में शहीद भगत सिंह सेवा दल नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र सिंह शंटी उपस्थित होंगे। बता दें कि डॉ जितेंद्र सिंह शंटी ने कोरोना काल के दौरान हजारों शवों का दाह संस्कार किया है। इसके लिए उनको भारत सरकार ने पदम श्री से नवाजा है। पंजाबी महासभा ने इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा लोगों को उपस्थित होकर अपनी भागीदारी निभाने के लिए आमंत्रित किया है। प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, पंजाबी महासभा के सुभाष कोहली,केवल कृष्ण लांबा,अजीत सिंह गोल्डी,ज्योति शर्मा, मदन मोहन शर्मा, मधुसूदन शर्मा,प्रतीक कालिया,प्रदी