रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
देहरादून , उत्तराखंड में चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा जहां ऋषिकेश में मिशन 2024 के लिए रणनीति बनाने में जुटी है , कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए पूरी तरह तैयारी कर रही है वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में मुख्य विपक्षी दल में अंदर खाने घमासान मचा हुआ है , प्रदेश अध्यक्ष की कार्यशैली से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नाराज हैं जिसका असर आगामी लोकसभा चुनाव पर पढता हुआ दिखाई दे रहा है, ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रीतम सिंह क्यों खफा है और क्यों लोक सभा इलेक्शन से इंकार कर रहे हैं आइए जानते हैं कारण , अब खबर विस्तार से……..
उत्तराखंड कांग्रेस में मची खलबली और नाराजगी पर प्रीतम सिंह ने आखिरकार खुलासा कर ही दिया की वो क्यों लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते जी हाँ प्रीतम सिंह ने घोषणा कर दी हैं कि वो 2024 में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे वही जब प्रीतम सिंह से पूछा गया कि कारण क्या हैं तो उन्होंने साफ कहा कई कारण हैं उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष करण महारा पर बड़ा निशाना साधा हैं और कहा कि के दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि 2019 के चुनाव में जिन्होंने प्रत्याशी के रूप में उनका विरोध किया था आज उन्हें संगठन ने जिम्मेदारी दी हुई है वो कमान संभाले हुए हैं उनके अनुसार ऐसी परिस्थिति में मैं कैसे चुनाव लड़ सकता हूँ इसलिए मैंने कहा है कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा हर एक कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा
प्रीतम सिंह ने सीधे तौर पर कहा कि राजनीति में व्यक्ति इस बात से नहीं घबराता की स्थिति मजबूत है या कमजोर प्रीतम सिंह ने साफ तौर पर कहा कि हम चुनाव इसलिए भी लड़ते हैं कि भले ही हम चुनाव हारेंगे लेकर हमारे साथियों का मनोबल ऊंचा रहे इसलिए भी हम चुनाव लड़ते हैं लेकिन जब परिस्थितियां बना दी गई हैं ऐसी परिस्थिति में है मैं अपने को चुनाव लड़ने में असमर्थ महसूस करता हूं
सूत्रों की माने तो हाल में प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने प्रदेश भर के कई जिलों में जिला अध्यक्ष व महानगर अध्यक्षों की नियुक्ति की है जिससे प्रीतम सिंह खासे नाराज हैं देहरादून जिले में उनके करीबी लालचंद शर्मा को महानगर अध्यक्ष से हटा दिया गया पछवा दून क्षेत्र में भी जिला अध्यक्ष की नियुक्ति बिना रायशुमारी के कर दी गई सूत्रों की माने लोकसभा क्षेत्र में कई जिलों में हुई तैनाती से पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह असहज हैं ।
अपनी नाराजगी को जाहिर करते हुए प्रीतम सिंह आगे कांग्रेस के आलाकमान के सामने खिसका दी है , अब देखना ये होगा कि प्रीतम की नाराजगी का कितना असर आलाकमान और प्रदेश अध्यक्ष पर पड़ता है जो भी हो चुनाव से पहले कांग्रेसमें गुटबाजी के चरम पर पहुंचने से भाजपा काफी उत्साहित है और लोक सभा इलेक्शन में एक बार फिर क्लीन स्वीप करने का दावा कर रही है जिसके तैयारी ऋषिकेश रायवाला में संगठन और सरकार के पदाधिकारी बैठकर आपस में कर रहे हैं और मिशन 2024 के लिए जिम्मेदारी तय की जा रही है।