पंच केदार के खुलने लगे कपार्ट
पहाड़ दस्तक लेकर आया है पंच केदार में से एक रुद्रनाथ का एक्सक्लूसिव वीडियो , साथ द्वितीय और तृतीय केदार के कपार्ट खुलने की तिथि
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
रुद्रप्रयाग, चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चार धामों के अतिरिक्त पंच केदारओं में से एक द्वितीय और तृतीय केदार के दर्शनों का भी मौका मिलने जा रहा है जिनकी तिथि आज बैसाखी के दिन तय कर दी गई है अपनी सुंदरता और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाने जाने वाले ये दोनो केदार तीर्थ यात्रियों का मन मोह लेते हैं और यहां के दर्शन भी बाबा केदारनाथ के दर्शन के बराबर ही माने जाते हैं अगर आप भी चार धाम यात्रा पर आ रहे हैं तो यहां के दर्शन करना आपके लिए अति लाभकारी होगा , इसकी सुंदरता को लेकर पहाड़ दस्तक त लाया है आपके लिए पंच केदार में से एक रुद्रनाथ का एक्सक्लूसिव वीडियो तुंगनाथ ट्रेक का जहां की ट्रैकिंग हर किसी का मन मोह लेती है अब खबर विस्तार से
पंच केदारों में द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान मद्महेश्वर और तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट खोलने की तिथि घोषित हो गई है। भगवान मद्महेश्वर के कपाट 22 मई को सुबह 11:30 बजे खोले जाएंगे। और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट 26 अप्रैल को सुबह 10:50 बजे पर मिथुन लग्न में ग्रीष्म काल के लिए खोल दिए जाएंगे।
भगवान तुंगनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ में बैसाखी पर्व पर तिथि घोषित की गई। जिसके अनुसार 24 अप्रैल की सुबह भगवान तुंगनाथ की डोली मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ परिसर से भूतनाथ मंदिर को प्रस्थान करेगी। इस दिन भूतनाथ मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना के साथ ही रात्रि विश्राम होगा। 25 अप्रैल को तुंगनाथ की डोली भूतनाथ मंदिर से प्रस्थान कर रात्रि विश्राम के लिए चोपता पहुंचेगी। 26 अप्रैल को सुबह तुंगनाथ की डोली चोपता से तुंगनाथ के लिए प्रस्थान करेगी और सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर तुंगनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
22 मई को खुलेंगे भगवान मद्महेश्वर के कपाट
तिथि गणना के अनुसार भगवान मद्महेश्वर के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में बैसाखी पर्व पर पंचांग गणना के तहत तिथि घोषित की गई। जिसके अनुसार 18 मई की सुबह मद्महेश्वर की डोली ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ परिसर में लाई जाएगी और 19 मई को ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना की जाएगी। 20 मई को मद्महेश्वर की डोली भैरवनाथ, देवगणों के साथ प्रस्थान कर प्रथम पड़ाव राकेश्वरी मंदिर रांसी के लिए रात्रि विश्राम को पहुंचेगी। वहीं, 21 मई को राकेश्वरी मंदिर से प्रस्थान करेगी और रात्रि विश्राम गौंडार में करेगी। 22 मई को सुबह गौंडार गांव से निकलकर मद्महेश्वर धाम पहुंचेगी। जहां पर सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर मद्महेश्वर मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे।