एयर लिफ्ट करके ऋषिकेश एम्स लाए गए हादसा पीड़ित
चमोली हादसे में घायल 6 लोग ऋषिकेश लाए गए_ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट पहुंचे घायलों का हालचाल जानने एम्स ऋषिकेश
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश, चमोली हादसे में घायल हुए छह गंभीर रूप से घायलों को लेकर हेलीकॉप्टर ऋषिकेश एम्स लेकर आया है , जहां डॉक्टरों की टीम इन घायलों का ट्रामा सेंटर में इलाज कर रही है , मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का चमोली दौरा रद्द होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट और मुख्यमंत्री ऋषिकेश एम्स पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना, महेंद्र प्रसाद भट्ट ने बताया कि सरकार इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच करवा रही है घायलों का इलाज और सहायता राशि सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जाएगी
करंट फैलने से चमोली में हुई दर्दनाक घटना के 6 घायलों को इलाज हेतु एम्स की ट्राॅमा इमरजेन्सी में भर्ती किया गया है। सभी घायलों को अगले 12 घन्टे तक वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम की निगरानी में आब्जर्वेशन में रखा जायेगा। एम्स अस्पताल प्रशासन द्वारा घायलों के बेहतर इलाज के लिए ट्रामा सर्जन डाॅक्टरों सहित, इमरजेन्सी मेडिसिन और बर्न और प्लास्टिक विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम गठित की गयी है। राज्य के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, नगर विकास व वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र प्रसाद भट्ट, ऋषिकेश मेयर अनिता ममगाईं और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने भी एम्स पंहुचकर घायलों का हाल-चाल जाना।
बुद्धवार की सुबह उत्तराखण्ड के चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैलने से हुए दर्दनाक हादसे के घायलों को दोपहर बाद अलग-अलग तीन हेली एम्बुलेन्सों के माध्यम से एम्स पहंुचाया गया। करंट लगने से बुरी तरह झुलसे घायलों को उपचार हेतु एम्स ऋषिकेश पंहुचाये जाने की सूचना मिलने पर एम्स अस्पताल प्रशासन द्वारा सभी सम्बन्घित विभागों को अलर्ट रखा गया था। अपरान्ह 2 बजे के बाद हेली एम्बुलेंसों के माध्यम से घायलों का एम्स पंहुचना शुरू हो गया था। घायलों के पहुंचते ही विभिन्न विभागों की चिकित्सकों की टीम ने घायलों का तत्काल इलाज करना शुरू दिया। इलाज हेतु भर्ती किए गए घायलों में कुल 6 लोग शामिल हैं। इलाज करने वाली टीम में बर्न व प्लास्टिक विभाग के डॉक्टर विशाल मागो, ट्रॉमा विभाग के डॉक्टर मधुर उनियाल व डॉक्टर नीरज कुमार सहित अन्य विभागों के चिकित्सक शामिल हैं।
इलाज के बारे में जानकारी देते हुए ट्राॅमा विभाग सर्जन डाॅक्टर मधुर उनियाल ने बताया कि घायलों में से संदीप मेहरा (34 वर्ष) और सुशील (35 वर्ष) अभी पूरी तरह सेन्स में नहीं हैं। जबकि अन्य 4 घायलों आनन्द कुमार 45 वर्ष, नरेन्द्र लाल 35 वर्ष, रामचन्द्र 48 वर्ष और महेश कुमार 32 वर्ष भी विद्युत प्रवाह की चपेट में आने से बुरी तरह झुलसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि सभी घायलों को ट्राॅमा इमरजेन्सी के रेड जोन में भर्ती किया गया है। बर्न केस के मामले में अंदरूनी जख्मों की गम्भीरता के मामले में बिना जांच के कुछ कहा नहीं जा सकता। लिहाजा सभी मरीजों की सघन जांच की जा रही है। उसके बाद ही स्तिथि स्पष्ट हो पाएगी। इसलिए अगले 12 घन्टे तक आब्जर्वेशन में रखा जायेगा।
संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि एम्स निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने इलाज कर रही डाॅक्टरों की टीम से कहा है कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की कमी न की जाय।