जीएसटी पर रार , व्यापारियों की कमर तोड़ना चाहती है सरकार
होटल एसोसिएशन ऋषिकेश ने सरकार से की मांग कोरोना के चलते इंडस्ट्री को हुआ भारी नुकसान , उत्तराखंड के वित्त मंत्री से मिलकर होटल कारोबारियों को जीएसटी से मुक्त रखने की मांग करेंगे व्यापारी, व्यापारियों ने जीएसटी का जताया विरोध
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश , कोरोना के चलते बीते 3 साल से होटल इंडस्ट्री को भारी नुकसान झेलना पड़ा , लगातार सरकार से व्यापारी मांग करते रहे कि उनको टैक्स में छूट दी जाए लेकिन सरकार ने वह भी नहीं दी , अब एक बार फिर जीएसटी का डंडा चला कर सरकार होटल इंडस्ट्री और छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ना चाहती है जिसका विरोध ऋषिकेश में शुरू हो गया है।
होटल एसोसिएशन ऋषिकेश के अध्यक्ष श्री मदन गोपाल नागपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में देवभूमि व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री राजकुमार अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरफ तो व्यापार लगातार कम होता जा रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार व्यापारियों पर जी एस टी में संशोधन कर छोटे मझौले व्यापारियों को इस टैक्स परीधि के जंजाल में फंसाकर छोटे व्यापारियों की कमर तोड़ना चाहती है जिसका हम विरोध करते हैं तथा जिसके लिए प्रदेश सरकार में वित्त मंत्री से मिलकर अपना विरोध दर्ज कराया जाएगा। नगर उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष श्री ललित मोहन मिश्रा ने कहा कि कोरोनावायरस की मार से अभी पर्यटन उद्योग उभर भी नहीं पाया है उस पर होटल लाज धर्मशाला आदि पर टैक्स में संशोधन कर एक हजार रुपए से कम किराए वाले कमरों को भी टैक्स परीधि में लाना सरकार की नीयत ओर नीति पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करते हैं।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र वित्त मंत्री से मिलकर अपनी समस्यायों से अवगत करायेगा तथा जी एस टी के मूल्य में संशोधन कराकर कम से कम कराने को लेकर ज्ञापन प्रेषित करेंगे।
बैठक में अंशुल अरोड़ा, श्याम लाल उप्पल, वरिष्ठ नागरिक हरीश आनन्द, दिनेश मंत्री, संजीव अग्रवाल, गजेन्द्र रतूड़ी, भगवती प्रसाद, कुशाग्र तनेजा, अमित दास, राजीव शर्मा, अमर बेलवाल, विकास शर्मा, पदम शर्मा, अमित उप्पल आदि ने शिरकत की।