आक्रोशित जनसमूह ने नम आंखों से दी पहाड़ की बेटी को अंतिम विदाई
सीएम पुष्कर सिंह धामी के आश्वासन के बाद अंकिता भंडारी का परिवार हुआ अंतिम संस्कार को तैयार , सीएम धामी ने कहा है कि उन्हें परिवार की हर मांग मंजूर है.
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
श्रीनगर गढ़वाल, ऋषिकेश के वनत्रा रिसोर्ट में काम करने वाली अंकिता भंडारी की हत्या ने पूरे उत्तराखंड में उबाल ला दिया है जगह-जगह प्रदर्शन और जुलूस आज इस बात की गवाही है कि पहाड़ की बेटी को इंसाफ मिले हर जगह से आवाज उठ रही है कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और पहाड़ की बेटी को उचित इंसाफ मिले यही कारण रहा कि सुबह होने वाले अंतिम संस्कार में इतने घंटे बीतने के बाद आखिरकार परिवार प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी के कहने पर माना और श्रीनगर के एनआईटी घाट पर पहाड़ की बेटी को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई यह अवसर ऐसा था जब गढ़वाल के अलग-अलग क्षेत्रों से बड़ी संख्या में महिला और पुरुष आक्रोशित मन से अपनी बेटी को अंतिम विदाई दे रहे थे ।
अंतिम संस्कार में क्यों हो रही थी देरी पढ़े
सीएम पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) के आश्वासन के बाद अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari) का परिवार उसका अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हो गया है. अंकिता का अंतिम संस्कार NIT घाट पर किया जाएगा. सीएम धामी ने कहा है कि उन्हें परिवार की हर मांग मंजूर है.
अंकिता का परिवार प्रोविजन पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नहीं था संतुष्ट
अंकिता का परिवार पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने से पहले उसका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर रहा था. अंकिता के पिता एम्स की प्राइमरी रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं थे जिसमें कहा गया था कि मौत पानी में डूबने से हुई है. परिवार की नाराजगी को देखते हुए सीएम धामी ने उनसे बेटी का अंतिम संस्कार करने की अपील की.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने क्या दिया परिवार को आश्वासन
सीएम धामी ने परिवार से कहा कि उन्हें उनकी सभी मांगें मजूर हैं. उन्होंने कहा कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी. उन्होंने फास्ट ट्रैक कोर्ट के लिए राज्य के चीफ जस्टिस को भी चिट्ठी लिखी है. उन्होंने साथ ही कहा कि पोस्टमॉर्टम की डिटेल रिपोर्ट परिवार को सौंपी जाएगी.
इन सभी मुद्दों पर मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद अंकिता के पिता ने आक्रोशित जनसमूह को हाथ जोड़ कर अपील करी और अंकिता भंडारी को पंचतत्व में विलीन करने के लिए एनआईटी घाट की ओर एंबुलेंस रवाना हुई जहां पर बड़ी संख्या में जनसमूह एकत्र था और पहाड़ की बेटी को अंतिम विदाई दे रहा था लेकिन आक्रोश कहीं ना कहीं लोगों के दिलों में अभी भी बना हुआ है