राजऋषि डा मोदी ने गंगा तट पर जीवन के 75वे वर्ष में लिया संकल्प
प्रसिद्ध उद्योगपति और फिल्म प्रोड्यूसर डा बीएम मोदी बनायेगे स्मार्ट सिटी, पुरातन और आधुनिक भारतीय जीवन शैली के माडल के साथ होगी स्मार्ट सिटी
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश, प्रसिद्ध उद्योगपति और फिल्म प्रोड्यूसर डा बीएम मोदी ने अपने जीवन के 75वे साल में प्रवेश पर गंगा के तट पर एक संकल्प लिया, जिसमे ऋषिकेश से धर्म, संस्कार और पुरातन पद्धति को एक धरोहर के रूप में पूरे विश्व में प्रसारित करना है साथ ही एक एक ऐसी स्मार्ट सिटी को विकसित करना है जिसमे भारत वर्ष की साम्यता एवम संस्कार को आधुनिक विज्ञान से मिला कर आगे बढ़ाना है।
द्वारका के शारदा मठ के पूज्य शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती द्वारा राज ऋषि की उपाधि से सम्मानित भूपेन्द्र मोदी
ऋषिकेश के मोदी योगा रिट्रीट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में काम करने पर जोर दिया। डॉ. मोदी ने कहा कि भारत में किसी खास धर्म की बात कर राजनीतिक मुद्दा बनाया जाता है,जो ठीक नहीं है. कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें स्मार्ट सिटी बनाने के लिए यहां बुलाया है. लेकिन अब सनातन सिटी को प्रमोट करना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि भारत और भारतीय सभ्यता का इतिहास इतिहास की सामान्य समझ से कहीं अधिक प्राचीन और व्यापक है। विकास के साथ-साथ विरासत भी भारत का दृष्टिकोण है।
पिछले दस वर्षों में भारत ने विरासत के संरक्षण के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। प्राचीन सभ्यता का विकास भी भारत में हुआ। इसी आधार पर भारत को विश्व गुरु माना गया। प्राचीन काल में भारत ज्ञान और विज्ञान का जनक था और यहीं से ज्ञान पूरे विश्व में फैलता था। भारत अपनी बुनियादी जरूरतों से कहीं आगे बढ़ चुका है। आज हम दस साल आगे की योजना पर काम कर रहे हैं। निःसंदेह भारत बहुत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है
लेकिन इसके साथ-साथ हमें अपने धर्म और संस्कृति को दुनिया में कैसे मजबूत करना चाहिए। इस पर भी विचार करने की जरूरत है. भारत को एक शाश्वत राष्ट्र बनाने के लिए हम सभी को अपनी अगली पीढ़ी को संस्कारित बनाना बहुत जरूरी है ।
राजऋषि की उपाधि से सम्मानित डा भूपेंद्र मोदी जाने माने फिल्म प्रोड्यूसर भी है जिनके द्वारा ओ माय गॉड, द बुद्ध और शंकराचार्य एक सीरीज तैयार करी है ।