छोटी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम
महापौर ने लगाया जनता दरबार कार्यक्रम ,शिविर में विभिन्न विभागों से संबधित समस्याओं का निस्तारण किया गया
रिपोर्ट_ कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश , छोटी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम अंतगर्त एक वृहद शिविर का आयोजन किया गया था जोकि विभिन्न विभागों की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण कियागया , शिविर में 105 लोगों की जन समस्याएं सामने आई ।
नगर निगम द्वारा पुष्कर मंदिर मार्ग पर जनता मिलन का शुभारंभ करते हुए नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्ष में नगर निगम के द्वारा आपकी उम्मीदों पर खरा उतरने के भरपूर प्रयास किए गए हैं। आपकी छोटी सरकार आपके अधिकार के लिए आपके द्वार पहुंची है। शिविर के माध्यम से जरूरतमंदों को सभी योजनाओं से जोड़ा जायेगा। क्षेत्रवासी शिविर में योजनाओं का लाभ अवश्य लें। इस दौरान महापौर ने शिविर में मोजूद रहे तमाम विभागों के अधिकारियों को त्वरित गति से जनसमस्याओं के निस्तारण के निर्देश भी दिए।उन्होंने कहा लोगों की समस्याओं को समाधान करना उनकी प्राथमिकता है। निगम की कमान संभालने के बाद जनता दरबार कार्यक्रम शुुरू किया गया जिसमें कोरोनाकाल की वजह से व्यवधान डल गया था। अब चरणबद्ध तरीके से इस तरह के जनता दरबार कार्यक्रमो का आयोजन किया जायेगा।उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों को भी चाहिए कि वह सारी योजनाओं के बारे में लोगों को बताएं और उनका लाभ भी जनता को पहुंचाएं। महापौर ने विधवाा पेंशन, राशन कार्ड, पुलिस संबंधित शिकायतें, भवन कर संबंधित शिकायतें, लाइट से संबंधित शिकायतें, ई श्रम विभाग से संबंधित शिकायतें, पानी बिल संबंधित शिकायतें, बिजली बिल संबंधित आदि विभिन्न समस्याओं को सुनने के पश्चात संबधित विभागों को 1 हफ्ते के अंदर समस्याओं के निदान के पश्चात फीडबैक देने के लिए कहा है। इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद देवेंद्र प्रजापति,नगर निगम से अधिशासी अभियंता विनोद जोशी, तहसीलदार अमृता शर्मा, इंद्रेेेश बंसल (जल संस्थान), अरविंद नेगी (बिजली विभाग), डॉ विकास घडियाल (बेस हॉस्पिटल), धर्मेंद्र प्रसाद (पेयजल निगम), विजय डोबाल (खाद्य आपूर्ति विभाग) ,अरुण त्यागी (पुलिस विभाग), अनिल कुमार (उत्तराखंड परिवहन विभाग), पिंकी चंद (जल संस्थान), यतिन शाह (लेखाकार),दीपक (सिंचाई विभाग), भारती (टैक्स अधिकारी), निशांत अंसारी (टेक्स अधिकारी),विनोद पुरोहित (जे ई निगम), अभिषेक मल्होत्रा (सफ़ाई निरीक्षक) आदि प्रमुख रूप से मोजूद रहे।