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विभाजन की त्रासदी झेल चुके परिवारों को सम्मान

उत्तरांचल पंजाबी महासभा ने 1947 के बंटवारे की विभीषिका में शहीद हुए लोगों को दी श्रद्धांजलि प्रधानमंत्री मोदी ने हमारे शहीद पूर्वजों के त्याग और बलिदान को गौरव प्रदान किया -जितेंद्र सिंह शंटी

रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल

उत्तरांचल पंजाबी महासभा ऋषिकेश द्वारा आयोजित 1947 के बंटवारे की विभिषिका के दौरान शहीद हुए लोगों को‌ स्मृति दिवस के रूप में मनाते हुए उन्हें त्रिवेणी घाट पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

त्रिवेणी घाट पर आयोजित संस्था के अध्यक्ष केवल कृष्ण लांबा की अध्यक्षता और पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा के संयोजन और धीरज चतरथ के संचालन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता जितेंद्र सिंह शंटी ने उपस्थितिि को सबोधित करते हुए प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि 1947 के बंटवारे में हमारे पूर्वजों के त्याग और बलिदान को स्मरण करते हुए आजादी के 75 वर्ष होने पर आजादी के अमृत महोत्सव के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से घोषणा करते हुए आह्वान किया था कि 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रुप में मनाया जाए। ऐसा करके उन्होंने हमारे शहीद पूर्वजों के त्याग और बलिदान को गौरव प्रदान किया है ।

उनके द्वारा दी गई कुर्बानियों को राष्ट्रीय मान्यता एवं सम्मान दिया जाना अत्यंत आवश्यक है इसी के चलते उत्तरांचल में उधम सिंह नगर और ऋषिकेश में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है इसके लिए दोनों शहरों के लिए लोग धन्यवाद के पात्र भी हैं।

उन्होंने कहा कि बंटवारे के बाद भी हमारे लोगों ने हिम्मत नहीं हारी और आज अपने पैरों पर पुनः खड़े हुए हैं, जिन्होंने अपने पूर्वजों द्वारा बताई गई हकीकत को बयां किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को उस त्रासदी की कोई भी याद नहीं है, उस समय के क्या हालात थे वह मजबूरी में लिया गया निर्णय था। हमारे लोग आज भी उस बंटवारे को नहीं भूले हैं, जिसमें हजारों लोगों ने अपनी कुर्बानी दी है , हालात यह थे कि जो पाकिस्तान से भारत की ओर रेल गाड़ी आती थी। उस में हजारों की संख्या में कटी हुई लाश पहुंचती थी, जिन्हें देखकर हर आदमी का दिल दहल उठता था।

उन्होंने अपनी सेवाओं का ब्यान करते हुए कहा कि 1995 में उन्होंने एक व्यक्ति को श्मशान घाट में जलते हुए देखा तो वह दहल उठे, जोकि अधजलि लाश थी, जिस के परिजनों के पास जलाने के लिए लकड़ी तक नहीं थी। उसके बाद उन्होंने अपने साथियों के साथ एक संस्था का गठन किया, और आज तक हजारों लाशों का दाह संस्कार कर समाज में एक दिशा देने का कार्य किया है। उन्होंने कहा अभी तक उनकी संस्था द्वारा 27 हजार से अधिक रक्तदान करवा कर लोगों को इस कार्य से जुड़ने की प्रेरणा दी है।

उनकी संस्था द्वारा कोविड-19 में भी काफी लोगों को मदद पहुंचाने का कार्य किया है। लेकिन उनकी संस्था द्वारा किसी भी सरकार से कोई सहयोग नहीं लिया गया है। पंजाबी महासभा ने ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर उस समय कुर्बानी देने वाले 10लाख से अधिक देशभक्त पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गंगा आरती कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान देहरादून की विधायक सविता कपूर ने दी अपने विचार व्यक्त किए जिन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा दी गई प्रेरणा धन्यवाद अर्पित किया ।

इस अवसर पर महंत लोकेश दास ,पंजाबी महासभा के प्रदेश महामंत्री हरीश नारंग, पूर्व पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, प्रदीप कोहली , गीता मनचंदा, गगनबेदी, मदन मोहन शर्मा, हरि मोहन गुल्हाटी, ज्योति शर्मा,राजीव सच्चर, प्रतीक कालिया आदि ने भी अपने विचार प्रकट किए।

Krishna Rawat

Journalist by profession, photography my passion Documentaries maker ,9 years experience in web media ,had internship with leading newspaper and national news channels, love my work BA(Hons) Mass Communication and Journalism from HNBGU Sringar Garhwal , MA Massa Communication and Journalism from OIMT Rishikesh

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