उत्तराखंड में विंटर स्पोर्ट्स ( स्की माउंटेनरिंग) को बढ़ावा देने के लिए आगे आए युवा पर्वतारोही
अभिषेक बड़वाल चमोली जिले के नीति घाटी से पहली बार 5023 मीटर से स्की डाउन किया गया।
देेहरादून –उत्तराखंड में चमोली जिले के नीति घाटी से पहली बार 5023 मीटर से स्की डाउन किया गया। ( साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए )लवी सिंह बड़वाल ( अभिषेक बड़वाल) जो भारत के प्रथम गांव नीति ( नीति घाटी) के रहने वाले है।
लवी एक पर्वतारोही, सर्टिफाइड स्कि इंस्ट्रक्टर , ट्रेक लीडर, मार्शल आर्टिस्ट है। इन्होंने अपने स्की के सारे कोर्स abvimas मनाली से किए हैं ।
इस बार इन्होंने उत्तराखंड में विंटर स्पोर्ट्स ( स्की माउंटेनरिंग) को बढ़ावा देने के लिए एक सराहनीय कार्य किया है।
” इन्होंने नीति गांव में थाई टॉप नामक चोटी ( ऊंचाई – 5023 मीटर) से स्की डाउन किया और थाई टॉप से अकेले स्की डाउन करने वाले लवी पहले व्यक्ति हैं ”
थाई टॉप की ऊंचाई से वाइब्रेट विलेज ( नीति, गमशाली बुग्याल, बंपा, फार्किया, मलारी) गुप्तखाल ट्रैक का खुबसूरत नजारा देखने को मिलता है ।
स्की बूट्स और पोल्स के अभाव के कारण इन्होंने अपने दोस्तो से मांग कर इस एक्सपीडिशन को पूरा किया।
आजकल जब नीति गांव में कोई भी आवास नहीं करता है ऐसे में लवी ने हिम्मत दिखाई और अकेले निकल पड़े देहरादून से स्की को स्कूटी में बांध कर नीति के लिए। फिर नीति गांव से स्की को कंधे पर उठाकर 6 घंटे का सफर तय करके थाई टॉप ( 5023 मीटर ) पहुंचे जो कि 9 km की बहुत कठिन खड़ी चढ़ाई है। और उसके बाद वहां से सफलतापूर्वक स्की डाउन किया थाई टॉप एक प्राकृतिक स्लोप है जो कि इंटरनेशनल लेवल का है।इस कार्य को करने के बाद पूरी घाटी में काफी खुशी का माहोल है।
2021 में देहरादून से नीति और माना घाटियों को साइकिल से अकेले तय करने वाले पहले व्यक्ति बने।
2022 में माना पास ( 5632 मीटर) , नीति पास (5064 मीटर ) और पार्वती कुंड (4700 मीटर) को साइकिल से अकेले पूरा करने वाले भी पहले व्यक्ति बने और उत्तराखण्ड का खूब नाम रोशन किया।
उनका कहना है कि उत्तराखंड में सिर्फ औली ही है जहां इंटरनेशनल स्लोप है परंतु ग्लोबल वार्मिंग की चलते बीते कई वर्षों में वहां बहुत कम बार बर्फ देखने को मिली है। नीति गांव एक रिमोट एरिया जो की वाइब्रेट विलेज के अंतर्गत आता है और 3600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है जहां लोग वर्ष के सिर्फ 6 महीने ही निवास करते हैं। कम तापमान , अधिक बर्फ और कम सुविधाओं के कारण स्थानीय लोगों का यहां जीवन यापन करना बहुत मुश्किल है।और अंत में लवी की उत्तराखंड सरकार से एक अपील है कि अगर भविष्य में नीति घाटी को स्की डेस्टिनेशन के रूप में बनाया जाए तो उत्तराखंड के टूरिज्म को काफी बढ़ावा मिलेगा जिससे स्थानीय लोगों को लाभ होगा और उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे