जुगाड में त्रिवेणी घाट, कब आयेगी जलधारा
त्रिवेणी संगम पर तेजी से हो रहा है घाट का सौंदर्यीकरण गंगा की जलधारा को घाट तक लाने के लिए टेंपरेरी जुगाड़ , आखिर कब होगा हरिद्वार की तर्ज पर चेक डैम का निर्माण
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश, ऋषिकेश का त्रिवेणी संगम अपनी गंगा आरती के लिए बड़ी संख्या में देश-विदेश के पर्यटकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है , तीज _ त्योहारों पर देश-विदेश से लोग गंगा में स्नान करने के लिए त्रिवेणी घाट पर आते हैं , यहां की प्राकृतिक सुंदरता और खुले घाट हरिद्वार में बढ़ती भीड़ से परेशान लोगों को सुरक्षित स्थान के लिए यहां के संगम पर लेकर आते हैं, यही कारण है कि जी-20 समिट के लिए विदेशी मेहमानों को त्रिवेणी संगम का दीदार भी कराया जा रहा है जिसके लिए विदेशी डेलीगेट के स्वागत के लिए त्रिवेणी घाट को भव्य रुप दिया जा रहा है , लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि मानसून के 3 महीनों को छोड़ दें तो गंगा घाट से 200 मीटर दूर बहती नजर आती है सिंचाई विभाग प्रशासन और सरकार ने कभी इस ओर गंभीरता नहीं दिखाई, जिसके चलते गंगा की जलधारा को घाट की सीढ़ियों तक लाना निकम्मेपन की चुनौती का काम बना हुआ है , जी-20 से त्रिवेणी घाट पर हो रहे कामों को देख कर एक बार फिर ऋषिकेश की जनता को उम्मीद बनी थी कि डेढ़ हजार करोड़ का बजट अगर कुछ काम त्रिवेणी संगम के लिए भी आ जाए तो आने वाले दिनों में ऋषिकेश में पर्यटन की एक नई दिशा देखने को मिलेगी लेकिन अंतिम समय में ऋषिकेश के त्रिवेणी संगम को चुनना और कम समय कार्यों के लिए मिलना इस आशा पर भी पानी फेर गया , कम समय को देखते हुए प्रशासन भी देसी जुगाड़ में लगा रहा है ।
G20 के नोडल अधिकारी रामजी शरण पूरे कार्यों को जिला अधिकारी की देखरेख में बड़ी गंभीरता के साथ पूरा करवा रहे हैं , जब हमने उनसे बात करी तो एडीएम रामजी शरण ने बताया कि अगर पहले से कार्यक्रम स्थल का चुनाव कर लिया जाता तब ऋषिकेश की जनता की वर्षों पुरानी यह मांग की इस कार्य के साथ कहीं ना कहीं सरकार के निर्णय से पूरी हो सकती थी लेकिन जिला प्रशासन को अचानक ही त्रिवेणी संगम का सौंदर्यीकरण का आदेश मिला और समय की बाध्यता को देखते हुए कम समय में जिला प्रशासन ने दिन रात एक कर के कार्यों को पूरा करने की इच्छाशक्ति दिखाई है जो आने वाले वर्षों में पर्यटकों के लिए भी सौगात के रूप में नजर आएगा त्रिवेणी घाट का महत्व जी20 के बाद विदेशी पर्यटकों में भी बढ़ जाएगा और यहां और नई संभावनाएं उत्पन्न होगी ।
अधिकारी अपने कामों को बखूबी निभा रहे हैं, अब गेंद जनप्रतिनिधियों के हाथों में है कि वह कैसे सरकार से इस काम की शुरुआत कर सकें और लंबे समय से ऋषिकेश वासियों की मांग रही है कि त्रिवेणी घाट पर साल भर जलधारा बनी रहे। और यहां का विकास हरिद्वार की हर की पौड़ी के तर्ज पर हो लेकिन जनप्रतिनिधियों की कमी कहे या सोई हुई जनता की नींद खुलने का इंतजार करें कि विभाग प्रेशर में आकर 25 30 करोड़ चेक डैम के लिए रिलीज करें और त्रिवेणी घाट पर जलधारा को लाने के लिए समुचित आकार में घाट निर्माण और चेक डैम का निर्माण हो जिसकी कई संभावनाएं त्रिवेणी संगम पर नजर आती है लेकिन हर बार बजट की कमी इसमें रोक लगा देती है
पहाड़ दस्तक आप सभी से अपील करता है कि अपने शहर के सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट को खूबसूरत बनाने में स्थानीय प्रशासन की मदद करें साथ ही छूटभैया राजनेता से लेकर चुने हुए जनप्रतिनिधि भी गंभीरता के साथ हर की पौड़ी की तर्ज पर ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर चेक डैम और नहर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जिससे ऋषिकेश में पर्यटन की नई शुरुआत हो सके। बात आपके फायदे की है आपके व्यापार की है आपकी शांति की है सोचिएगा जरूर…