कभी थे एक , टिकट क्या कटा हुए अलग
कांग्रेसी अखाड़े में जीजा साले आमने-सामने
रिपोर्ट_कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश , राजनीति कैसे कैसे रंग दिखाती है टिकट की लड़ाई 2022 में खुलकर सामने आ गई , कहीं गुरु चेला तो कहीं जीजा साले आमने-सामने , एक का आखिरी चुनाव का दाव तो दूसरे के लिए युवा चेहरे के रूप में बड़ी कामयाबी , ऐसे में कोई पीछे हटे तो क्यों हटे ??
जी हां ऋषिकेश विधानसभा का हाल कुछ ऐसा ही होता जा रहा है कांग्रेस ने युवा चेहरे पर दांव खेला तो टिकट की आस में बैठे वरिष्ठ लोगों की राजनीति साख दांव पर लग गई , आनन-फानन में कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की गई रायशुमारी के बाद निर्णय हुआ कि निर्दलीय मैदान में उतरा आए जाए , आज उत्तराखंड के सूरमा शूरवीर सिंह सजवान निर्दलीय विधायक उम्मीदवार के रुप में नामांकन करने का ऐलान सोशल मीडिया के माध्यम से कर चुके हैं ऐसे में ऋषिकेश विधानसभा में इस बार का चुनाव एक बार फिर रोचक हो रहा है जिसमें ग्रामीण क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे सुरवीर सिंह सजवान अपने आखिरी चुनाव को यादगार बनाने के लिए जी जान लगाने में जुट गए हैं
इधर कांग्रेस के टिकट से मन ही मन खुश हो रही बीजेपी की बेचैनी भी एक बार फिर बढ़ने लगी है हालांकि कांग्रेस उम्मीदवार जयेंद्र रमोला को बीजेपी जितना कम आंक कर चल रही थी ऐसी ही स्थिति कतई नहीं है शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में जयेद्र में बीते सालो में अपनी मजबूत पकड़ बनाई है , यही कारण है कि कांग्रेस ने भी जयेंद्र रमोला पर विश्वास जताया है
नाराजगी के चलते राजपाल खरोला और शूरवीर सजवान का यह एलान कहीं ना कहीं 2022 के चुनाव को दिलचस्प बना रहा है आज का नामांकन ऋषिकेश के लिए एक नई चुनावी शुरुआत माना जाएगा