चीला नहर में डूब रहे दो दोस्तों के लिए फरिश्ता बना अंजान सन्यासी, दूसरों की जिंदगी बचा कर हुए खुद डूबा

रिपोर्ट _ कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश, गाजियाबाद से आए तीन पर्यटकों के लिए वरदान बन कर आया एक संन्यासी डूबते हुए पर्यटकों को तो बचा गया लेकिन अपने आप को नहर की तेज धारा से बचा नहीं पाया , ये दुखद हादसा चीला शक्ति नहर पर हुआ जहां तीन दोस्त नहर के किनारे बैठ कर फोटो खींच रहे है उनमें से एक पैर फिसलने से नहर में जा गिरा उसे बचाने के लिए दूसरे दोस्त भी पानी में उतरे, जिनको डूबते देख मंदिर से लौट रहे युवा संन्यासी ने नहर में छलांग लगा कर एक दोस्त को बचाया और दूसरे को बचाने की कोशिश में वह पानी में बह कर लापता हो गया।
शक्ति नहर में डूब रहे गाजियाबाद के तीन पर्यटकों को बचाने के लिए एक युवा संन्यासी नहर में कूद गया। दो पर्यटकों को उसने बचा लिया। इस प्रयास में वह खुद नहर में ड्रब गया, मौके पर तीसरे युवक को वहां मौजूद लोगों ने बचा लिया। सूचना पर एसडीआरएफ टीम ने मौके पर सर्चिंग अभियान चलाया।
लक्ष्मण झूला के थाना प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने बताया कि गंगा में डूरबने वाला युवासंन्यासी विनोद 24 वर्ष मूल रूप से मैसूर कर्नाटकका रहने वाला है, वह हरिद्वार में रहता था। वह विंध्यवासिनी मंदिर के दर्शन करके लौट रहा था। इसके बाद उसे वीरभद्र होते हुए हरिद्वार लौटना था। उसके परिवार घटना की सूचना दे दी गई है।