रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश , पूर्व पुलिस दरोगा पर तपोवन स्थित ग्राम जामली काटाल में भूमि कब्जाने का प्रयास और पूर्व मंत्री की छवि को सोशल मीडिया पर धूमिल करने का आरोप बचन सिंह भंडारी के पुत्र उदय सिंह, और पुत्र वधू विमला देवी पत्नी रणजीत सिंह, पुत्र वधू मंजू देवी, अनिता भंडारी ने लगाया है।
आज ढालवाला स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बचन सिंह भंडारी के पुत्र उदय सिंह, और पुत्र वधू विमला देवी पत्नी रणजीत सिंह, पुत्र वधू मंजू देवी, अनिता भंडारी ने पूर्व पुलिस दरोगा नरेश चंद्र बौंठियाल पर तपोवन स्थित ग्राम जामरी काटाल में रणजीत सिंह भंडारी, आनंद सिंह भंडारी, मान सिंह भंडारी कमल सिंह एवं उदय सिंह आदि की जमीन को जबरन कब्जाने के प्रयास लगाने का आरोप लगाया है।
उन्होने बताया कि उक्त भूमि 1978 में नरेश चंद बौंठियाल के पिता स्वर्गीय श्री मोहनलाल बौंठियाल ने 23 नाली भूमि का विक्रय ₹12500 में स्वर्गीय श्री बचन सिंह भंडारी को किया था। जोकि क्रेता पक्ष के नाम से खतौनी में भी दर्ज हुई थी।उक्त जमीन में में पिछले 40 वर्षों से क्रेता परिवार द्वारा कृषि का कार्य किया जा रहा है, परंतु नरेश चंद बौंठियाल के मन में उक्त भूमि को लेकर लालच आ गया और वह पुलिस की हनक दिखाते हुए क्रेता पक्ष का मानसिक रूप से उत्पीड़न करते हुए क्रेता पक्ष को परेशान करने लगा, और भूमि पर अवैध रूप से कब्जाने का प्रयास करते हुए बिजली एवं जल संस्थान विभाग पर भी कनेक्शन देने का दबाव बना रहा है।
क्रेता पक्ष के परिजनों ने यह भी बताया कि इसके अलावा नरेश चंद्र बौंठियाल के द्वारा पूर्व में एसआईटी मे भी शिकायत की गई थी और अपने पिता के हस्ताक्षर को फर्जी करार देकर फॉरेंसिक लैब में हस्ताक्षर जांच कराई जिस पर एसआईटी की तमाम जांच के और फॉरेंसिक जांच में भी हस्ताक्षर सही पाने पर उक्त भूमि में क्रेता के पक्ष में फैसला किया गया था। परंतु न्यायालय में उस मामले को रखने पर न्यायालय द्वारा स्टे का ऑर्डर दे दिया गया था।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नरेश चंद्र बौंठियाल को पिछले 44 वर्षों से गांव में नहीं देखा गया है उसके बावजूद भी वह क्रेता पक्ष के परिजनों पर राज्य के वन मंत्री सुबोध उनियाल के करीबी होने का आरोप लगाकर उनकी छवि को भी सोशल मीडिया पर धूमिल करने का प्रयास कर रहा है।