रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
देहरादून , उत्तराखंड राज्य निर्माण की अलख जगाने वाली मातृशक्ति सुशीला बलूनी के निधन से राज्य में शोक की लहर है महिला आयोग की अध्यक्ष सुशीला बलूनी को उनके कार्यों के लिए हमेशा याद किया जाएगा , मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल नहीं सुशीला बलूनी के निधन पर अपनी संवेदनाएं जाहिर करी है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी तथा उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बलूनी के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में श्रीमती सुशीला बलूनी के योगदान को सदैव याद रखा जायेगा।
महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ आंदोलनकारी सुशीला बलूनी के निधन पर राज्य महिला आयोग की वर्तमान अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा है कि उनका निधन राज्य के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण आंदोलन में सुशीला बलूनी ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया है वो महिलाओं का नेतृत्व करने वाली सशक्त महिला थी। महिलाओं के लिए वो बहुत ही प्रेरणास्रोत रही है। और तो ओर वह अपने अस्वस्थ होने पर भी सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहती थी।
उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार में विभिन्न दायित्वों पर भी उनका मार्गदर्शन समाज की बहनों को मिला है।
कुसुम कण्डवाल ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जीवन राज्य की अनेको महिलाओं को प्रेरणा देता रहेगा । राज्य निर्माण में उनका योगदान सदैव याद किया जाएगा।