राज्य सरकार ने कुमाऊं मेंAIIMS सेटेलाइट सेंटर निर्माण के लिए 100 एकड़ भूमि हस्थांतरित की
AIIMS सेटेलाइट सेंटर निर्माण के लिए 100 एकड़ भूमि हस्थांतरित की जिस पर एम्स ऋषिकेश ने कब्जा लिया अब सेटेलाइट सेंटर के जरिए जल्द मिलेगा कुमाऊं मंडल के लोगों को इलाज नहीं आना पड़ेगा ऋषिकेश
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश , ऋषिकेश एम्स खुलने के बाद पहाड़ पर स्वास्थ सेवाओं के लिए एक नई क्रांति की शुरुआत हुई है लंबे समय से कुमाऊं क्षेत्र में भी ऋषिकेश एम्स का सेटेलाइट सेंटर बनाने की मांग चल रही थी जिसको मुख्यमंत्री बनते ही पुष्कर सिंह धामी ने धार देना शुरू कर दिया था , अब कुमाऊं में ऋषिकेश एम्स का सेटेलाइट सेंटर बनने का रास्ता साफ हो गया है जिसके लिए राज्य सरकार ने भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया को अंजाम दे दिया है , साल भर के अंदर कुमाऊ का सैटेलाइट सेंटर काम करने लगेगा जिससे वहां के मरीजों को ऋषिकेश आने की जरूरत नहीं पड़ेगी ऋषिकेश एम्स पर भी मरीजों का दबाव कम होगा।
एम्स ऋषिकेश को राज्य सरकार की ओर से कुमाऊं मंडल में सेटेलाईट सेंटर निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण कर ली गई है। एम्स जल्द ही यहां सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण शुरू करेगा। राज्य सरकार द्वारा कुमाऊं मंडल के किच्छा, उधमसिंहनगर में एम्स के सेटेलाईट सेंटर के लिए 100 एकड़ भूमि हस्तांतरित की गई है। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ.मीनू सिंह ने बताया कि हस्तांतरित भूमि पर एम्स एक से डेढ़ वर्ष में टर्सरी केयर सेंटर स्थापित करेगा। कुमाऊं सेंटर ऑफ एम्स ऋषिकेश में सभी प्रकार की सुपरस्पेशलिटी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि संस्थान की प्राथमिकता रहेगी कि कुमाऊं मंडल के लोगों को सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाएं, जिससे उन्हें इलाज के लिए ऋषिकेश तक की दूरी तय नहीं करनी पड़े।