रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
अयोध्या, आज का दिन राम मंदिर निर्माण के इतिहास का महत्व पूर्ण दिवस बन गया है,500 साल के इंतजार के बाद प्रभु राम अपने मंदिर में विराजमान हुए ।मूर्ति काले रंग की शालिग्राम पत्थर से निर्मित है और इस मूर्ति को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगराज ने तैयार किया है। इस मूर्ति की लंबाई 51 इंच है और इसका वजन 1.5 टन है। राम लला का मतलब भगवान राम का बाल रूप है। इसलिए भगवान राम लाला की मूर्ति को उनके बाल रूप में बनाया गया है जिसमें भगवान राम को पांच साल के बच्चे के रूप में दिखाया गया है। भगवान के कोमल चरणों को पत्थर से बने कमल पर विराजमान दिखाया है।
नगरी अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूजा पूरी कर ली है। जिसके बाद पूरे विधि-विधान से गर्भगृह में बाल राम की मूर्ति को स्थापित कर दी गई है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अब अयोध्या हिंदुओं के एक पवित्र तीर्थस्थल के रूप में जाना जायेगा। जहां पूरे विश्व से लोग भगवान रामलला के दर्शन हेतु आयेंगे।
राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गए हैं और प्राण’प्रतिष्ठा निर्विध्न संपन्न हो गई। आज 22 जनवरी के इस ऐतिहासिक दिवस पर पूरे देश में दिवाली जैसे उत्सव का माहौल है। घर-घर, मंदिर-मंदिर हनुमान चालीसा, रामचरित्र मानस और सुंदर कांड के पाठ चल रहे हैं। शाम को देश-विदेश में दीपावली मनाई जायेगी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत संत समाज और अति विशिष्ट लोगों की उपस्थिति में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा पूर्ण हुई। इस भव्य और दिव्य समारोह का साक्षी संपूर्ण भारतवर्ष बना। समारोह स्थल पर बॉलीवुड, क्रिकेट और उद्योग जगत के साथ तमाम सेक्टर्स से जुड़े दिग्गज मौजूद रहे।