कांग्रेसी एजेंडे पर काम कर रहे शंकराचार्य _ मंदिर समिति
विवाद पैदा करना, सनसनी फैलाना और चर्चा में रहना स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की फितरत
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
देहरादून , केदारनाथ धाम को लेकर एक ओर विवाद शुरू हो गया है जिसे लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरा नंद और मंदिर समिति आमने सामने आ गए है।
बीती 15 जुलाई को स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आरोप लगाया कि केदारनाथ से 228 किलो सोना गायब हो गया है। साथ ही दिल्ली में बनने वाले केदारनाथ मंदिर पर उन्होंने ने आरोप लगाया कि प्रतीकात्मक केदारनाथ नहीं बन सकता है। शिवपुराण में 12 ज्योतिर्लिंगों का नाम और स्थान के साथ उल्लेख किया गया है। जब केदारनाथ का पता हिमालय में है, तो वह दिल्ली में कैसे हो सकता है? इसके पीछे राजनीतिक कारण हैं। राजनीतिक लोग हमारे धार्मिक स्थलों में प्रवेश कर रहे हैं।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अजय ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा कि केदारनाथ धाम में सोना गायब होने के बारे में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने शंकराचार्य से तथ्य और इस मामले में सबूत पेश करने की चुनौती दी है।
अजेंद्र अजय ने कहा- ‘मैं स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का सम्मान करता हूं लेकिन, इन दिनों वो इतनी प्रेस कांफ्रेंस करते हैं जितनी राजनेता भी नहीं करते. विवाद पैदा करना, सनसनी फैलाना और चर्चा में रहना स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की फितरत है. उन्होंने केदरानाथ धाम में सोने के लेकर जो बयान दिया है वो दुर्भाग्यपूर्ण हैं. मैं चैलेंज करता हूं कि उन्होंने जो कहा है वो उसमें तथ्य सामने लाए. वो सक्षम अथॉरिटी के सामने जाएं, तथ्य दें और जांच की मांग करें. अगर उन पर भरोसा नहीं है तो अदालत जाएं.
क्या कहा देखे ANI के लिंक पर…
https://x.com/ANI/status/1813409361638588837