
रिपोर्ट _ कृष्णा रावत डोभाल
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बुधवार को कई बड़े फैसले लिए गए. इसमें केदारनाथ और हेमकुंड साहिब रोप-वे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी मिल गई है।
केदारनाथ में बनने वाली यह रोप-वे सबसे उन्नत ट्राई-केबल डिटैचेबल गोंडोला (3एस) तकनीक पर आधारित होगा, जिसकी डिजाइन क्षमता 1,800 यात्री प्रति घंटे प्रति दिशा (पीपीएचपीडी) होगी और यह प्रतिदिन 18,000 यात्रियों को ले जाएगा.
कैबिनेट ने राष्ट्रीय रोप-वे विकास कार्यक्रम- पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड राज्य में सोनप्रयाग से केदारनाथ (12.9 किमी) तक रोपवे परियोजना के विकास को मंजूरी दी है, रोपवे को सार्वजनिक-निजी भागीदारी में विकसित करने की योजना बनाई गई है।
केंद्रीय कैबिनेट ने सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किमी लंबी रोप-वे परियोजना के निर्माण को स्वीकृति दी।
परियोजना को 4,081.28 करोड़ रुपये की कुल पूंजी लागत से विकसित किया जाएगा।
यह परियोजना केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों की एक दिशा में यात्रा का समय 8-9 घंटे से घटाकर लगभग 36 मिनट कर देगी।