रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
देहरादून/रानीपोखरी, 5सितंबर
पूजा पाठ और तंत्र-मंत्र के चक्कर में रानी पोखरी के महेश तिवारी ने हैवानियत की हदों को पार करके अपने परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या करती थी 1 साल से देहरादून जेल में बंद महेश तिवारी बीमारी के चलते ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया था जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई ।
पिछले साल 28 अगस्त को रानी पोखरी के नागाघेर निवासी महेश तिवारी ने अपनी मां अपनी पत्नी और तीन बेटियों की बेरहमी से हत्या कर दी थी , महेश अंधविश्वासी था और अपने आप ही पूजा पाठ में व्यस्त रहता था और कोई काम नहीं करता था जिसके चलते पत्नी हमेशा उसे टोकती रहती थी , दिन भर पूजा पाठ करना और गर्मी में भी घर की खिड़कियों को हमेशा बंद रखना महेश की आदत में शुमार हो गया था मूल रूप से महेश उत्तर प्रदेश के बांदा का रहने वाला था , हत्याकांड के बाद से ही महेश देहरादून जेल में बंद था बीमार होने पर 29 अगस्त को उसे एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया एम्स चौकी प्रभारी मनवर सिंह ने बताया कि रविवार देर रात करीब 1:00 बजे महेश के उपचार के दौरान मौत हो गई । जेल में बंद महेश के केस की अभी सुनवाई भी पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाई थी, ना ही अभी तक इस घटना के चश्मदीद पड़ोसी की गवाही भी नहीं हो पाई थी। उससे पहले ही महेश की मृत्यु हो गई।