रिपोर्ट_कृष्णा रावत डोभाल
डोईवाला ,अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊची माउंट किलिमंजारो फतेह कर लौटे एसडीआरएफ के जवान राजेंद्र नाथ का हुआ स्वागत एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा और अन्य जवानों ने राजेंद्र नाथ को इस कीर्तिमान पर स्वागत कर बधाई दी
बता दें कि 21 फरवरी को वाहिनी मुख्यालय जोली ग्रांट के सेनानायक मणिकांत मिश्रा द्वारा फ्लेफ ऑफ किए जाने के बाद रवाना हुए आरक्षी राजेंद्र नाथ अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया में स्थित सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो का सफलतापूर्वक तिरंगा फहराया माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहराने के बाद वापस लौटे राजेंद्र नाथ का एसडीआरएफ वाहिनी में जोरदार स्वागत किया गया
सेनानायक एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा ने बताया कि एसडीआरएफ के जवान राजेंद्र नाथ को इस कीर्तिमान को हासिल करने के लिए विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा ।
इस दौरान 10 डिग्री तापमान और 80 से 90 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही बर्फीली हवाओं, लगातार हो रही बर्फबारी और 9 घंटे पैदल चलने के बाद 16 किलोमीटर यात्रा में अनेकों बाधाओं को पार करते हुए अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी को फतह कर तिरंगा फहराया और देश परदेश में पुलिस का नाम रोशन किया ।
मणिकांत मिश्र ने बताया कि राजेंद्र नाथ ऐसे जवान हैं जिनके द्वारा तीन दिनों के अंतराल में सफलतापूर्वक तिरंगा फहरा कर रिकॉर्ड बनाया है ।
वही नया कीर्तिमान बनाकर वापस लौटे राजेंद्र नाथ ने बताया कि और माइनस डिग्री टेंपरेचर विजिबिलिटी कम और अनेकों बाधाओं को पारकर यह कीर्तिमान बनाया है
उन्होंने कहा कि उन्होंने इससे पहले भी कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं और आगे भी उनका यह अभियान जारी रहेगा ।