प्रचार कार्यालय और यात्री विश्राम आवास गृह पर बंद
बीकेटीसी का कारनामा दान में मिली जमीन को पीपी मोड़ में देने संचालित करेगा, चार धाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में स्थित प्रचार कार्यालय एवं आवास गृह को बंद करने का निर्णय , स्थानीय लोग और संत समाज में बीकेटीसी के निर्णय से नाराजगी
रिपोर्ट _ कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश, चार धाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में स्तित बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का प्रचार कार्यालय एवं यात्री आवास घर अब पीपी मोड में चलेगा, बीकेटीसी के बोर्ड ने इस पर फैसला लिया है, यहां से प्रचार कार्यालय में ताले लगाकर कर्मचारियों को जोशीमठ शिफ्ट कर दिया गया है जिससे संत समाज और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है संत समाज के प्रतिनिधि महंत रवि प्रपन्नाचार्य का कहना है कि बद्री केदार मंदिर समिति चार धाम यात्रा के प्रवेश द्वार पर दान में मिली भूमि का उपयोग अगर पैसा कमाने के लिए कर रही है तो इससे दुर्भाग्यपूर्ण और क्या हो सकता है विश्व भर का यात्री ऋषिकेश पहुंचकर यहां से यात्रा शुरू करता है प्रचार कार्यालय से जानकारी लेकर वहां पर रहकर हज यात्रा पर जाता है , बीकेटीसी के इस निर्णय का ऋषिकेश का संत समाज पूरी तरह विरोध करेगा ।
वहीं नगर निगम ऋषिकेश के युवा पार्षद राकेश मियां का कहना है कि बीकेटीसी यात्रा के संचालन से छेड़छाड़ ना करें नहीं तो स्थानीय निवासियों के साथ साथ परिवहन व्यवसाय भी इसके विरोध में उतरेंगे , जब यात्रा का संचालन ऋषिकेश से होता है ऐसे में बीकेटीसी की इस तरह की हरकत किसी के गले नहीं उतर रही है
गौरतलब भरत मंदिर ने बीकेटीसी को यह जमीन धार्मिक कार्य के लिए दी थी अब इस पर कानूनी कार्रवाई करने जा रहा है ऋषिकेश के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य शर्मा ने कहा है कि भरत मंदिर ट्रस्ट बीकेटीसी को इस संदर्भ में नोटिस प्रेषित कर रहा है कार्यालय और आवास गृह को बंद करने का कारण जानने के बाद कानूनी कार्यवाही करेगा क्योंकि यह भूमि भरत मंदिर द्वारा प्रचार और प्रसार के कार्य के लिए मंदिर समिति को दी गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पूरे विश्व का यात्री यहां से यात्रा शुरू करता है और टेंपल कमेटी यहीं से बोरी बिस्तर समेटने पर लगी है