सेवा सरौली के माध्यम से आगे की लड़ाई की तैयारी, भडू की दाल भात में नई राजनीति का तड़का

रिपोर्ट कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश,– ऋषिकेश नगर निगम का चुनाव इस बार एक नया अध्याय जोड़ गया, किसी ने सोचा भी नहीं था कि आरक्षण का तीर यहां के जमे जमाए नेताओं की नेतागिरी को घाम लगा जाएगा और यहां पहाड़ियत को नया जन्म दे जाएगा, आने वाले चुनाव में इसकी धार कितनी पैनी होगी वो अभी भविष्य के गर्त में छिपा हुआ है, अब बात इस बार के इलेक्शन के असली नायक दिनेश चंद्र मास्टर कि जो हार कर भी जीत गए और दोनों राष्ट्रीय दलों को आईना दिखा गए , टीम मास्टर द्वारा किया गया पहला प्रयास जनता को खूब भाया, अपनी धुन में रंगे मास्टर जी को ऋषिकेश की जनता ने खूब समर्थन दिया, जिसके धन्यवाद स्वरूप टीम मास्टर ने अपनी जनता को पहाड़ी तरीके से भोज करवाया जिसमें पहाड़ी भड्डू की दाल भात ने राजनीतिक स्वाद को दुगना कर नया रंग दे दिया है, पहाड़ों से मैदान में अपनी जड़ खोजने वाले लोगों को स्वाद के साथ राजनीतिक मंच भी मिल गया है जिस से जनता की उम्मीद बढ़ गई है।
सेवा सरोली में आए छेत्र वासियों को संबोधित करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश चंद्र मास्टर जी और उनके चुनाव संयोजक सुधीर राय रावत ने कहा कि सीमित संसाधनों औरगंगाजल के सहारे हमने जो यह चुनावी मुहिमचलाई वह कई महीनों में कारगर साबित हुई है।जनमानस यह सोचने पर मजबूर हुआ है किधनबल और बाहुबल को जनबल से परास्त कियाजा सकता है। ऋषिकेश समेत उत्तराखंड कीपहचान और संस्कृति को बचाने के लिए यह मुहिमजारी रहेगी।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार,त्रिभुवन चौहान, मोहित डिमरी, पुष्पा रावत, लुसिनटोडरिया सहित तमाम वक्ताओं ने आमजन काआह्हान किया कि ऋषिकेश के चुनाव में जो भीराजनीतिक षड्यंत्र हुए उसे जनता बेनकाब करें।सिस्टम में बैठे लोग हमारी राजनीतिक हिस्सेदारीको किसी न किसी बहाने खत्म कर देना चाहते हैं।नशा मुक्त और समृद्ध उत्तराखंड की परिकल्पना कोहम लोग मिलजुल कर साकार करेंगे। इस दौपार्षद सुरेंद्र सिंह नेगी, रामकुमार संगर, सचबार