उत्तराखंड के प्रकृति औषधीय गुणों का शहद बदल सकता पलायन की तस्वीर, उत्तराखंड के शहद को विश्वस्तरीय पहचान बनाने के लिए धामी सरकार कार्यरत _गिरीश डोभाल
प्रकृति ने मधुमक्खियों के रूप में हमें अमूल्य उपहार प्रदान दिया है, जल्द बनेगी हनी पॉलिसी उत्तराखंड के मौन पलको को मिलेगा सीधा लाभ, रोजगार का जरिया बनेगी मधुमक्खी

रिपोर्ट _ कृष्णा रावत डोभाल
नैनीताल, उत्तराखंड को हिमालय ने प्रकृति का ऐसा खजाना दिया है जिस से यहां के हवा पानी सहित तमाम औषधीय गुणों से भरपूर वनस्पतियों की बेशुमार सौगात है, ऐसे में मौन पालन से रोजगार के रूप में अपना कर पलायन पर अंकुश लगा कर चीनी की जगह शहद के इस्तेमाल से कई बीमारियों को दूर रखा जा सकता है जरूरत है बदलते हैल्थ कॉन्सेंस समाज तक इसे पहुंचाने की और उत्तराखंड के ग्रामीण परिवेश में तेजी के साथ लोगों को ट्रेंड करके बड़ी संख्या में मधुग्राम स्थापित करने की जिसने पुष्कर सिंह धामी सरकार प्लानिंग में जुट गई है। प्रकृति ने मधुमक्खियों के रूप में हमें अमूल्य उपहार प्रदान किया है जिसके बिना मानव जीवन का अस्तित्व नगण्य है । मधुमक्खी बचेंगी तो मानव जीवन सुरक्षित रहेगा। विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदेशीय मौन परिषद के उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र डोभाल ने नैनीताल जिले के भीमताल ब्लाक के राजकीय मौन पालन केंद्र ज्योलीकोट में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राज्य सहायता में वृद्धि तथा केंद्र का नाम संस्थापक राजेंद्र नाथ मट्टू के नाम पर किए जाने और मौन पालकों की समस्याओं का समाधान तथा मौन पालकों को परिचय पत्र दिए जाने के लिए विभाग कार्यरत है । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी का इस पर फोकस है जल्द ही हनी पॉलिसी तैयार कर उत्तराखंड के मधु को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में धामी सरकार प्रयासरत है।
बता दें कि राजकीय मौन पालन केंद्र ज्योलीकोट के सभागार में आयोजित कर्यक्रम में वरिष्ठ कीट विद् डा. भावना जोशी की अगुवाई में पारंपरिक तरीके से मुख्य अतिथि का स्वागत कर स्मृतिचिन्ह भेंट किया गया और केंद्र की गतिविधियों, योजनाओं, प्रशिक्षण तथा कार्योजना से अवगत कराया गया।मुख्य अतिथि द्वारा संग्रहालय और स्टालों का निरीक्षण भी किया विशि्टअतिथि पद्यश्री अनूप साह ने उत्पादों पैकेजिंग तथा भंडारण और विषणन को वर्तमान बाजार के अनुरूप बनाने का आह्वान किया। अन्य वक्ताओं ने मौन पालकों, जनप्रतिनिधियों ने मौन पालनमें केंद्र की भूमिका को अहम बताते हुए समस्याओं के समाधान की मांग रखी ,काश्तकारों को विभाग द्वारा प्रशस्ति पत्र दिए गए । कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए मौन पालकों ने भाग लिया। इस दौरान सहायक निदेशक नितेंद्र सिंह मुख्य मशरूम अधिकारी जगदीश भट्ट और हरीश तिवारी समेत डॉ रश्मि जोशी, महेंद्र नेगी, ग्राम प्रशासक रजनी रावत,हरगोविंद सिंह रावत, पुष्कर जोशी सहित कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक समेत उद्यान विभाग के अधिकारी कर्मचारी सम्मलित थे।