उत्तराखंड की मेडिकल सेवाओं में नई शुरुआत
ब्रेकिंग न्यूज _ नहीं सफल हो पाया ड्रोन का ट्रायल, खराब मौसम के बीच कोटद्वार से 20 किलोमीटर पहले पेड़ पर फंसकर क्रैश हुआ ऋषिकेश एम्स से उड़ा ड्रोन
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश, ड्रोन टेक्नोलॉजी द्वारा उत्तराखंड के मेडिकल छेत्र में नई क्रांति की शुरुवात हो गई है ऋषिकेश एम्स से ब्लड कंपोनेंट लेकर ड्रोन ने कोटद्वार की उड़ान भरी है, आपको बता दे कोटद्वार का एरियल डिस्टेंस 55 किमी है सड़क मार्ग से 3 घंटे का समय लगता है जबकि ड्रोन यह दूरी मात्र 1 घंटे में पूरा कर लेता है विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड प्रदेश में चिकित्सा के छेत्र में इसे नई क्रांति के रूप में देखा जा रहा है , हालांकि आज खराब मौसम के चलते ड्रोन का यह ट्रायल कोटद्वार तक सफल नहीं हो पाया उसे 20 किलोमीटर पहले ही ड्रोन एक बड़े यूकेलिप्टस के पेड़ से टकराकर नीचे गिर गया जिससे इसका पंख टूट गया।
लेकिन यह शुरुआत भी अपने आप में कई मायनों में बड़ी शुरुआत है जिससे आने वाले दिनों में एक जगह से दूसरी जगह पर चिकित्सा सुविधाओं को पहुंचाने में मदद मिलेगी और मरीजों को समय से उपचार भी मिल पाएगा इससे पहले ऋषिकेश एम से ड्रोन ने टिहरी के लिए उड़ान भरी थी और वहां सफल उड़ान के बाद ड्रोन वापस दवा डिलीवर कर के ऋषिकेश एम्स पहुंचा था , आने वाले दिनों में टेक्नोलॉजी में कुछ सुधार करके कम समय में तेजी के साथ एक जगह से दूसरी जगह तक मेडिकल रिपोर्ट दवाइयां और र्सैपल का आदान-प्रदान किया जा सकेगा जिस समय के साथ-साथ पैसे की भी बचत होगी ।
ऋषिकेश कोटद्वार के बीच हुए ड्रोन ट्रायल के बारे में बोलते हुए एम्स निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने बताया कि यह एक शुरुआत है आज ऋषिकेश एम्स कोटद्वार में ब्लड कंपोनेंट की डिलीवरी करने जा रहा है इसके बाद जब ड्रोन वापस आएगा तो ब्लड कंपोनेंट की जांच प्रयोगशाला में की जाएगी जिससे यह पता लग सकेगा कि ब्लड पर कोई फर्क तो नहीं पड़ा है , क्या वह सुरक्षित है जांच के बाद ड्रोन टेक्नोलॉजी को प्रयोग में लाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी जिससे मेडिकल के क्षेत्र में एक नई क्रांतिकारी शुरुआत हो जाएगी।
कैसे ट्रायल फेल हुआ क्या है कारण
टेक्निकल टीम और कोटद्वार के बेस अस्पताल के सीएमएस से मिली जानकारी के अनुसार एम्स ऋषिकेश से कोटद्वार बेस अस्पताल आ रहा ड्रोन बेस अस्पताल से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर एक लिप्टिस के पेड़ में फंस गया..ऋषिकेश से ड्रोन का आज ट्रायल किया गया था , इसके लिए एम्स ऋषिकेश से ड्रोन के जरिए कोटद्वार अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट भेजे गए थे ,लेकिन जशोधरपुर के पास लिप्टिस के ऊंचे पेड़ में ड्रोन फंस गया और कुछ देर बाद नीचे गिर गया ड्रोन की एक पंख पेड़ में अटक गया और ड्रोन नीचे गिर कर टूट गया। जीपीएस के माध्यम से मौके पर पहुँच कर ड्रोन संचालन की टीम ने ड्रोन को कब्जे में ले लिया है। हालाकि ड्रोन में रखा हुआ सामान सुरक्षित था , एक बार फिर ट्रायल किया जाएगा जिससे ड्रोन से भेजे गए ब्लड कंपोनेंट की स्थिति को प्रयोगशाला में परखा जाएगा ।