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नेपाल के Gen_Z आंदोलन से उत्तराखंड में सीमाओं पर बढ़ी सुरक्षा, सीएम धामी ने दिए निर्देश, आखिर क्या है Gen_Z आंदोलन एक रिपोर्ट

रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल

देहरादून , मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पड़ोसी देश नेपाल में हाल के दिनों में उत्पन्न हुए राजनीतिक हालातों को ध्यान में रखते हुए राज्य के तीन सीमांत जनपदों—चंपावत, पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर—के जिला प्रशासन, सशस्त्र सीमा बल (SSB) के अधिकारियों एवं पुलिस प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में नेपाल से सटी उत्तराखण्ड की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा को लेकर संपूर्ण स्थिति की समीक्षा की गई |

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नेपाल से लगी सीमाओं पर सघन चेकिंग अभियान चलाए जाएं और वहां किसी भी असामाजिक या उत्पाती तत्व की गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की निगरानी भी सतत रूप से की जाए ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह, भ्रामक सूचना या उकसाने वाले कंटेंट पर समय रहते कार्रवाई की जा सके। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि वे केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों एवं SSB के साथ निरंतर संपर्क व समन्वय बनाकर कार्य करें। सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों, स्थानीय ग्राम समितियों, पुलिस बल एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर सामूहिक भागीदारी से निगरानी व्यवस्था को सशक्त बनाया जाए।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सीमाओं से लगे प्रवेश मार्गों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और सीमा पार से होने वाले आवागमन पर विशेष सतर्कता बरती जाए। उन्होंने भारत सरकार द्वारा जारी सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देशों का कठोरता से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, साथ ही आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के भी आदेश दिए।

बैठक में सीमांत क्षेत्रों की सुरक्षा चुनौतियों, सामुदायिक भागीदारी, खुफिया सूचना तंत्र की मजबूती, तथा केंद्रीय एजेंसियों से तालमेल के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया।

इस उच्चस्तरीय बैठक में राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव (गृह), एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, एडीजी इंटेलिजेंस, कुमाऊं मंडलायुक्त, कुमाऊं परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक, तथा चंपावत, पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर जिलों के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक व सशस्त्र सीमा बल के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

एक नज़र नेपाल के युवा हिंसात्मक आंदोलन पर…..

क्या है Gen_Z आंदोलन _

नेपाल सरकार द्वारा सोशल मीडिया ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद युवाओं का विरोध प्रदर्शन हुआ जिसमें संसद पर हमला किया गया। इस हिंसा में 19 लोगों की जान चली गई। इतने बड़े पैमाने पर प्रदर्शनकारियों का गुस्सा फूटने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

नेपोटिज्म, घोटाले, बेरोजगारी…

नेपाल से सामने आ रहीं हिंसा की तस्वीरें देखने के बाद सबके मन में सिर्फ एक ही सवाल है कि यह हंगामा क्या सिर्फ सोशल मीडिया ऐप्स के लिए है या फिर Gen-Z (1997-2012 के बीच जन्मे लोग) के इस प्रदर्शन के पीछे कोई और वजह है

दरअसल नेपाल में भ्रष्टाचार की आवाज काफी समय से उठ रही है। पिछले साल भी नेपाल में राजशाही वापस लाने की मांग को लेकर प्रदर्शन देखने को मिले थे। ओली सरकार पर अक्सर भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोप लगते रहे हैं, जिसका असर सोशल मीडिया पर भी होने लगा था।

Krishna Rawat Dobhal

Awarded by Bjp mahila morcha on international women's day for the field of Journalism, Nari shakti samman by Mahila Ayog(2023),Gauradevi saman 2014,Journalist by profession, photography my passion Documentaries maker ,9 years experience in web media ,had internship with leading newspaper and national news channels, love my work BA(Hons) Mass Communication and Journalism from HNBGU Sringar Garhwal , MA Massa Communication and Journalism from OIMT Rishikesh

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