रिपोर्ट_कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश ,नगर निगम में शामिल ग्रामीण क्षेत्र के 14 वार्डों में वर्ल्ड बैंक की 40करोड़ रुपये की जल जीवन मिशन योजना से डाली जा रही पेयजल की लाइन के निर्माण में अनियमितताओं के चलते हुए पार्षदों के विरोध के चलते बैठक आहूत की गई।
नगर निगम में हुई बैठक के दौरान जल संस्थान के अधिकारियों की मौजूदगी के चलते ग्रामीण अर्ध नगरी नगरीय पेयजल की लाइन के निर्माण कार्य में लापरवाही को लेकर नगर निगम महापौर ने जल संस्थान अधिकारियों पर गरजते हुए कार्यदाई संस्था के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज किए जाने के साथ अधिकारियों को मौके पर बंधक बनाए जाने की चेतावनी दी। इसके साथ साथ निगम द्वारा दी गई कार्य करने की अनुमति ( एनओसी )को तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाने के आदेश भी पारित कर दिये है।
नगर निगम के सभागार में आयोजित नगर निगम महापौर अनीता ममगांईं की अध्यक्षता में आयोजित बैठक मैं निगम पार्षदों के विरोध के चलते अधिकारियों को अवगत कराया गया कि 14 वार्ड में जो कार्य किए जा रहे हैं उसमें काफी अनियमितता है जिसके कारण स्थानीय पार्षदों के साथ लोगों में भी भारी रोष उत्पन्न हो रहा है।
क्योंकि कार्यदाई संस्था द्वारा पाइप लाइन बिछाई जाने के लिए मांगों के विरुद्ध खुदाई की जा रही है जिसके कारण लोगों की दीवारों मैं दरारे पड़ गई है। लोगो के घर के बाहर मलबे के अवरोध से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के लिए नगर निगम की ओर से लगभग 6 करोड रुपए की लागत से कुछ मानकों के आधार पर कार्य किए जाने के लिए एनओसी दी गई थी, परंतु कार्यदाई संस्था द्वारा कार्य मानकों के विरुद्ध किया जा रहा था, जिसे लेकर नगर निगम पार्षदों और जनता द्वारा कार्य को लेकर विरोध किया जा रहा है।
बैठक में नगर निगम पार्षदों के विरोध के चलते रखी गई समस्याओं को सुनने के बाद निगम महापौर ने तत्काल प्रभाव से उक्त कार्य के लिए निगम की ओर से दी गई एलओसी को निरस्त कर कर कार्यदाई संस्था के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज किए जाने के लिए निर्देश दिए।