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जिनके खून से चल रही है कई जिंदगियां

ऋषिकेश की ऐसी शख्सियत जिन्होंने रक्तदान के क्षेत्र में रच दिया है इतिहास , मिलिए राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट , अमित वत्स और दुर्गा नौटियाल से जानिए इन की खासियत, खून की जरूरत पर दौड़ पड़ते हैं ये युवा साथी

रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल

ऋषिकेश , आज का दिन कई मायनों में खास दिन है , यह दिन उन लोगों को धन्यवाद देने के लिए और रक्त दान जैसे महान कार्य को आगे बढ़ाने के लिए जागरूकता प्रदान करने वाला दिल है जी हां हम बात कर रहे हैं विश्व रक्तदाता दिवस की दोस्तों अब सवाल ये उठता है कि इसकी शुरुआत कैसे हुई और इसकी आवश्यकता क्यों पड़ी यह आपकी जानकारी के लिए बहुत जरूरी है

मौका दीजिये अपने खून को, किसी की रगों में बहने का,
ये लाजवाब तरीका है, कई जिस्मों में ज़िंदा रहने का…!!

विश्व रक्तदान दिवस हर वर्ष 14 जून को मनाया जाता है विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस दिन को रक्तदान दिवस के रूप में घोषित किया गया है। वर्ष 2004 में स्थापित इस कार्यक्रम का उद्देश्य सुरक्षित रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और रक्तदाताओं के रक्त के दान करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करते हुए आभार व्यक्त करना है ।

आज हम भी पहाड़ दस्तक के माध्यम से ऋषिकेश शहर में रक्तदान करने का रिकॉर्ड बना चुके ऐसे लोगों से आपको रूबरू करवा रहे हैं जिनकी हिम्मत और जज्बे ने आज कई शरीर में अपने रक्त से नई जान डाली है । यह है ऋषिकेश की वह युवा पीढ़ी जो मुसीबत में पड़े लोगो की उम्मीद बन जाते है आइए जानते हैं इन के बारे में

सबसे पहले 36 साल के राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं नगर निगम के पार्षद , राजू भाई ने रक्तदान के क्षेत्र में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं रक्तदान में 100 बार से अधिक रक्तदान करके एक नया रिकॉर्ड कायम किया है , और इस क्षेत्र में एक ऐसी प्रेरणा बनकर उभरे हैं कि रोज ही किसी ना किसी मरीज को रक्त की आपूर्ति में दौड़ते भागते हुए ऋषिकेश एम्स सहित अन्य अस्पतालों में आपको राजू भाई देख जाएंगे , आपने अपने रक्तदान की शुरुआत के बारे में बताते हुए कहा कि खेलने कूदने की उम्र में पहला रक्तदान किया ओर फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा जिसे भी जब जरूरत पड़ी उसके लिए रक्त की आपूर्ति करना अपना कर्तव्य समझ लिया आज 116 बार से ज्यादा रक्तदान कर चुका हूं ।

हालांकि राजू भाई बातें कम करते हैं और काम ज्यादा करते हैं यही इनकी तारीफ है , राजेंद्र बिष्ट आज ऋषिकेश में ब्लड डोनेशन की एक ऐसी संस्था बन चुके हैं जिनके साथ कई युवा जुड़कर अनजाने लोगों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं।

 

इसी क्रम में हमारे ऋषिकेश की दूसरी शख्सियत हैं  48वर्षीय अमित वत्स जो पेशे से वकील है लेकिन वकालत से ज्यादा सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पूरे ऋषिकेश में विख्यात है कहीं से भी आवाज आती है अमित वत्स मदद के लिए आगे बढ़ जाते हैं , रक्तदान के क्षेत्र में 69 बार अपने रक्त से कई जिंदगी को ताकत दे चुके हैं । अमित भाई रक्तदान के लिए एक लंबे अरसे से जुड़े हुए हैं और रक्तदान करने वाले युवाओं को अपने साथ जोड़ कर पूरे ऋषिकेश में उम्मीद जगाए हुए हैं , अमित का कहना है कि  रक्तदान की प्रेरणा उनको भी अचानक ही मिली अपने रेयर ब्लड ग्रुप के चलते जब भी ऋषिकेश रुड़की हरिद्वार देहरादून में किसी को जरूरत पड़ती है तो वह दौड़े चले जाते हैं

तीसरी शख्सियत हैं दुर्गा नौटियाल जो हमेशा एक मुस्कान लिए अपने काम को बखूबी से अंजाम देते है पत्रकारिता पेशे से जुड़े हुए है लेकिन स्कूली दिनों के स्काउट गाइड के संस्कार उनको सामाजिक  अभिव्यक्तियों से जोड़कर समाज की बेहतरी के लिए लगातार आगे बढ़ाते रहते हैं , यही कारण है कि 50 से ज्यादा बार रक्तदान करके हमेशा इस कोशिश में रहते है कि जरूरत मंद को सही समय पर मदद पहुंचे।

दुर्गा नौटियाल बताते हैं, वर्ष 2000 की बात है, मैं ऋषिकेश डिग्री कॉलेज का छात्र था। हमारे कॉलेज के सामने बस से दो छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। बड़ी संख्या में छात्र जौलीग्रांट स्थित हिमालयन हॉस्पिटल पहुंच गए थे। हम उन छात्राओं का जीवन बचाने के लिए ब्लड डोनेट करना चाहते थे। अस्पताल में हमारे फोन नंबर लिख लिए गए। उस समय, हमारे अपने फोन तो थे नहीं, कॉलेज का फोन नंबर दे दिया था। बाद में, उन दोनों छात्राओं की मृत्यु हो गई थी। पर, अस्पताल से एक दिन फोन आया, रक्तदान करने के लिए बुलाया था। इस तरह मैंने पहली बार रक्तदान किया। और यह सिलसिला आज तक बना हुआ है , कोई भी मरीज अगर ऋषिकेश पहुंचता है और हमारे पास जैसे ही फोन की कॉल आती है तो अपने काम को भी पीछे छोड़ कर सबसे पहले उस मरीज की जिंदगी बचाने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाना सबसे जरूरी हो जाता है ।

ऋषिकेश रेडियो में एक वार्ता के दौरान वरिष्ठ पत्रकार राजेश पाण्डेय ने खूबसूरती के साथ इन तीनो महान रक्त दाताओं का हार्दिक स्वागत करते हुए अभिनंदन किया, ऋषिकेश एफएम के स्टूडियो में वार्ता से पहले रक्तदान  दाताओं का सम्मान करते हुए भारतीय  ग्रामोत्थान संस्था के निदेशक अनिल चंदोला , राजेश पाण्डेय, आशीष डोभाल और अंकित रावत ने ऋषिकेश की शान इन तीनो युवाओं का सम्मान किया और रक्त दान दिवस की गंभीर वार्ता को अपने आकर्षक अंदाज में पेश करके सुनने वालों को रक्त दान के लिए प्रेरित किया।

 

Krishna Rawat

Journalist by profession, photography my passion Documentaries maker ,9 years experience in web media ,had internship with leading newspaper and national news channels, love my work BA(Hons) Mass Communication and Journalism from HNBGU Sringar Garhwal , MA Massa Communication and Journalism from OIMT Rishikesh

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