गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग गाइड परीक्षा संपन्न
राफ्टिंग गाइड परीक्षा में सफल हुए 186 युवा गाइड , 280 गाइड प्रशिक्षुओं ने दी थी परीक्षा , 30 मई से 3 जून तक गाइड लाइसेंस परीक्षा का गंगा नदी में हुआ ट्रायल
रिपोर्ट_ कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश , एडवेंचर स्पोर्ट में विश्व के नक्शे पर अपनी विशेष पहचान रखने वाला ऋषिकेश अब रिवर राफ्टिंग में तेजी के साथ युवाओं की पहली पसंद बनता जा रहा है , कैरियर के रूप में भी कई युवा इस पेशे को तेजी के साथ अपना रहे हैं हालांकि राफ्टिंग कंपनियों को ट्रेन गाइड की जरूरत समय-समय पर पड़ती रहती है , जिसके लिए हर साल गाइड लाइसेंस परीक्षा कराई जाती है , कोविड-19 के चलते बीते सालों में यह परीक्षा नहीं हो पाई , गाइड लाइसेंस पाने के लिए युवा इस परीक्षा का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे 30 मई से 3 जून तक गंगा नदी में गाइड लाइसेंस परीक्षा संपन्न कराई गई जिसमें 280 प्रशिक्षु गाइडों ने परीक्षा में हिस्सा लिया और 186 युवाओं को इसमें सफलता मिली।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्नल अश्वनी पुंडीर ने बताया कि राज्य में राफ्टिंग पर्यटन विभाग के अधीन आने वाले यूटीडीबी द्वारा नियमित होती है, यूटीडीबी राज्य भर की नदियों में पुल 309 कंपनियों को पंजीकृत कर चुका है बात करें ऋषिकेश की तो अकेले ऋषिकेश में 262 पंजीकृत कंपनियां है जो 576 राफ्ट को संचालित करती है । यूटीडीबी की ग्राफ्टिंग नियमावली के अनुसार किसी भी रात को एक लाइसेंस धारक गाइड ही चला सकता है और इसकी सहायता के लिए हर रात में एक सहायक रहेगा 3 साल तक सहायक अथवा प्रशिक्षु गाइड रहने के बाद वह गाइड की परीक्षा दे सकता है।
गाइड परीक्षा को यूटीडीबी के जल क्रीड़ा विशेषक अनुज गुसाईं साहसिक खेल अधिकारी टिहरी कुशाल सिंह नेगी केंद्र और राज्य के विश्लेषक और राफ्टिंग नियामक समिति तथा तकनीकी समिति के मददगार से नियम अनुसार आयोजित की गई है , इसमें विक्रम सिंह ,कुशाल सिंह नेगी ,डॉक्टर सागर भट्ट, विकास भंडारी , राजीव तिवारी , मंजूल रावत की ओर से विशेष सहयोग दिया गया।