पीएम मोदी के दौरे के बाद उत्तराखंड में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं तेज, नए चेहरों की खुल सकती है किस्मत

रिपोर्ट _ कृष्णा रावत डोभाल
देहरादून , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे के बीच बदले हालत प्रदेश सरकार और भाजपा संगठन के लिए परीक्षा की घड़ी है , पहाड़ी स्वाभिमान इस परीक्षा का विषय है जिसका जनाक्रोश कई माध्यमों से केंद्र तक पहुंच गया है, अब निर्णय की बारी है क्योंकि अगर जल्द हालात नहीं संभाले तो दो साल बाद चुनाव की पिच पर घमासान मच सकता है।
प्रदेश में लंबे समय से कैबिनेट विस्तार की मांग उठती रही है। हर बार मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चाएं जोर पकड़ती हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी न मिलने के कारण यह प्रक्रिया लंबित रह जाती है। सूत्रों के मुताबिक उत्तराखंड में बदले राजनीतिक हालात और जनाक्रोश के बाद आगामी चुनाव के मद्देनजर बीजेपी प्रदेश संगठन ने केंद्र को प्रदेश की वर्तमान स्थिति से अवगत करा दिया गया है, और अब उनके निर्देशों का इंतजार है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी कैबिनेट विस्तार के संकेत दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व के हाथ में है। उनके अनुसार, “किसको रखना है और किसको हटाना है, यह केंद्र का विषय है। निश्चित तौर पर मंत्रिमंडल विस्तार कभी भी हो सकता है।” भट्ट के इस बयान ने चर्चाओं को और हवा दे दी है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे के बाद कैबिनेट विस्तार के साथ साथ संगठन और दर्जाधारियो को लेकर क्या निर्णय लेती है ,देखना ये होगा कि उत्तराखंड में बीजेपी इस बदली परस्थिति और बढ़ते जनाक्रोश से कैसे पार पाते हुए नए चेहरों को आगे करते हुए अपनी चुनावी बिसात बिछाती है, गौरतलब है कि उत्तराखंड में वर्तमान दौर में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बिगड़े बोल ने संगठन सहित सरकार के मुश्किल हालत पैदा कर दिए है ऐसे समय में प्रधानमंत्री का दौरा इन बिगड़े हालात पर कितना डैमेज कंट्रोल करता है ये भी उत्तराखंड के जनमानस के दिमाग में तेजी से चल रहा है, पीएम मोदी के दौरे के बीच पर्वतीय राजधानी गैरसैंण में बुद्धिजीवी स्वाभिमान रैली निकाल रहे हैं।