गांव वालों से मिलकर पुराने दिनों में खो गए सीएम योगी
सालों बाद अपने गांव और परिजनों के साथ रात्रि विश्राम के बाद मुख्यमंत्री ने पंचूर की पगडंडियों का सफर तय किया और अपने बचपन के दिनों के बाल सखा पड़ोसियों और करीबियों से मुलाकात करके सबका दिल जीत लिया , योगी की सादगी और प्रतिभा ने सभी को दीवाना बना दिया
रिपोर्ट_कृष्णा रावत डोभाल
यमकेश्वर पंचूर , उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गांव में रात्रि विश्राम किया , लगातार तामझाम से घिरे रहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गांव की भूमि पर कुछ अलग ही नजर आए , जिन गांव की पगडंडियों पर चलकर वह बड़े हुए , उन्हें पगडंडियों पर आज मुख्यमंत्री के रूप से निकलकर यमकेश्वर वासी अजय सिंह बिष्ट अपने पुराने अंदाज में लौट आए सुबह उठकर पूरे गांव का भ्रमण किया रास्ते में सभी बड़े छोटों से अभिवादन करके बातचीत करें और हर किसी के साथ खुले दिल से मिलकर फोटो भी खिंचवाई , यह रूप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पहली बार लोगों के सामने नजर आया , बड़ी सादगी के साथ योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी मित्रों , परिजनों पड़ोसियों से मुलाकात करके उनका दिल जीत लिया।
योगी आदित्यनाथ पंचूर की इन्हीं पगडंडियों से निकलकर आज दूसरी बार उत्तर प्रदेश के दमदार मुख्यमंत्रियों में अपना नाम शुमार कर आ चुके हैं , योगी की ताकत के सामने अच्छे-अच्छे जवाब दे जाते हैं , उत्तर प्रदेश को सुशासन की राधा और विकास की राह पर चलाते हुए योगी ने एक नई विकास की गाथा को गढ़ा है , ऐसे में पहाड़ी जीवन में बिताए गए उनके बचपन के दिन और कठिनाई कहीं ना कहीं योगी को पहाड़ की तरह ही मजबूत बनाती है और यह सब कुछ उनकी कार्यशैली में भी नजर आता है।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, इन दिनों तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर है। गत 3 मई को योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक गांव पहुचे। जहा उन्होंने रात्रि विश्राम किया। और 28 साल बाद अपनी मां सहित सभी परिजनों से लंबी वार्तालाप भी की। घर पर ही रात्रि विश्राम करने के पश्चात आज सुबह वह अपने परिवारजनों के संग गांव के लोगों से मिलने निकले, और गाँव का निरीक्षण भी किया। यहीं नही गांव के भ्रमण के दौरान ग्रामीणों और बच्चों के साथ उन्होंने सेल्फी भी खिंचवाई। गांव में उनको कई उनके पुराने मित्र संबंधी एवं रिश्तेदार मिले, जिनसे उन्होंने काफी देर तक बातचीत की और अपने पुराने यादगार पलों को उनसे साझा किया। गांव में मौजूद अपने कई सहपाठियों को देखकर योगी जी अत्यधिक प्रसन्न चित्त हो गए, इस दौरान उन्होंने गांव छोड़कर दूसरी जगह जा चुके अपने पुराने मित्रों के संबंध में रिश्तेदारों व अन्य लोगों से विस्तार पूर्वक चर्चा भी की और पुराने समय के उनके साथ बिताए गए यादगार पलों को जग जाहिर किया।
विडियो देखने के लिए क्लिक करें