
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
देहरादून ,एम्स ऋषिकेश में एक और बड़ा घोटाला सामने आया है। एम्स के पूर्व निदेशक डा. रविकांत ने तत्कालिक एडिशनल प्रोफेसर रेडिएशन ओंकोलाजी व तत्कालीक स्टोर कीपर के साथ मिलकर 2.73 करोड़ रुपये का घोटाला कर दिया। घपले पर पर्दा पड़ा रहे, इसलिए ठेकेदार के साथ मिलीभुगत कर कई अहम फाइलें तक गायब करा दी गईं।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एंटी क्रप्शन ब्यूरो (एसीबी) सीबीआइ ने पूर्व निदेशक एम्स डा. रविकांत तत्कालिक एडिशनल प्रोफेसर रेडिएशन ओंकोलाजी राजेश पसरीचा और तत्कालीन स्टोर कीपर रूप सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
सीबीआइ ने एम्स, ऋषिकेश में कोरोनरी केयर यूनिट की स्थापना में अनियमितताओं के संबंध में मिली सूचना के आधार पर एम्स, ऋषिकेश के अधिकारियों के साथ सीबीआइ ने 26 मार्च 2025 को कार्डियोलाजी विभाग, एम्स, ऋषिकेश में छापेमारी कर संयुक्त रूप से जांच भी की। इस दौरान एम्स, ऋषिकेश के कार्डियोलाजी विभाग के लिए 16 बिस्तरों वाले कोरोनरी केयर यूनिट की स्थापना से संबंधित संपूर्ण निविदा फाइल वरिष्ठ खरीद सह स्टोर अधिकारी दीपक जायसवाल से मांगी गई ।