टिहरी वॉटर स्पोर्ट कप का शुभारंभ
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने किया टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स चैंपियनशिप का शुभारंभ
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
टिहरी , टिहरी वॉटर स्पोर्ट कप की रंगा रंग शुरुवात टिहरी झील में हो गई है ,मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने किया टिहरी झील में वाटर स्पोर्ट्स चैंपियनशिप का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री धामी ने आयोजन स्थल पर लगे विभिन्न स्टाल्स का निरीक्षण किया साथ ही पहले सत्र की विजेता टीमों मेडल प्रदान किए। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह पहला मौक़ा है जब टिहरी झील में राष्ट्रीय स्तर की इस खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि आज देश में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में “समृद्ध खेल संस्कृति” का विकास हो रहा है, हाल के दिनों में हमारे खिलाड़ियों द्वारा विभिन्न खेलों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे ऐतिहासिक प्रदर्शन इसका प्रमाण हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में जहां एक ओर सरकार ने “नई खेल नीति” लागू की है वहीं दूसरी ओर सरकार ने नौकरियों में पुनः “खेल कोटा” प्रारंभ करने का ऐलान भी किया है। उन्होंने टीएचडीसी का इस आयोजन हेतु आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस खेल से एक ओर जहां राज्य के युवाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त होगा वहीं दूसरी ओर टिहरी क्षेत्र में पर्यटन का विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि टिहरी में इस खेल के आयोजन से वाटर स्पोर्ट्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले देश और प्रदेश के नौजवानों में नई ऊर्जा का संचार होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य को सर्वश्रेष्ठ बनाने के संकल्प को पूरा करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। वर्तमान में टिहरी में पर्यटन के विकास के लिए अनेकानेक योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। टिहरी झील को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन का केंद्र बनाने का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है।
इस दौरान अपने संबोधन में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि खेलों को बढ़ावा केंद्र सरकार की प्राथमिकता में है। ऊर्जा मंत्रालय द्वारा यह तय किया गया है कि ऊर्जा मंत्रालय की हर एक कंपनी एक खेल को अंगीकृत करेगी, इसी क्रम में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा कयाकिंग कैनोइंग खेल को अंगीकृत किया गया है । केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि टिहरी में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा, जिसमें खिलाड़ियों के ठहरने से लेकर ट्रेनिंग की भी व्यवस्था की जाएगी। श्री सिन्हा ने कहा कि इस ट्रेनिंग सेंटर में बेहतर खेल प्रतिभाओं को टीएचडीसी द्वारा विदेश में भी ट्रेनिंग दी जाएगी।
श्री सिंह ने कहा कि पहाड़ों में हाइड्रो प्रोजेक्ट्स की अपार संभावनाएं हैं जिसको केंद्र और राज्य सरकार मिलकर आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए केंद्र और राज्य सरकार है एक साथ मिलकर काम कर रही हैं। इस दौरान टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने आयोजकों का आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सोना सजवाण, विधायक श्री शक्ति लाल शाह , श्री विनोद कंडारी, श्री विक्रम सिंह पांवर के अलावा सचिव ऊर्जा मीनाक्षी सुंदरम, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के सचिव डीके सिंह, टीएचडीसी के सीएमडी आरके विश्नोई समेत विभिन्न राज्यों के 15 टीमों ने प्रतिभागी मौजूद रहे।
इस दौरान केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने टिहरी झील के पास इंटरनेशनल स्तर के कायकिंग व केनोइंग प्रशिक्षण केंद्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने टिहरी डैम टॉप से आवागमन का समय एक घंटे बढ़ाने की बात कही। कहा कि टीएचडीसी कायकिंग और कैनोइंग खेलों को अंगीकृत (अडॉप्ट) करेगी। साथ ही ऊर्जा मंत्रालय उत्तराखंड को हर संभव मदद देगा। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि टिहरी झील नया एडवेंचर डेस्टिनेशन बन रहा है। देहरादून से टिहरी के लिए सुरंग का सर्वे किया जा रहा है।
नई खेल नीति से खिलाड़ी लाभान्वित होंगे। नौकरी में खेल कोटा निर्धारित किया जाएगा। इस मौके पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, टीएचडीसी के सीएमडी आरके विश्नोई, विधायक किशोर उपाध्याय, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, शक्ति लाल शाह, विक्रम सिंह नेगी आदि उपस्थित रहे।
फोर्थ रैंकिंग एवं ओपन केनो (डोंगी) स्प्रिंट सीनियर पुरुष व महिला चैंपियनशिप के लिए देशभर के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने वाले 260 खिलाड़ी टिहरी पहुंचे हैं। टिहरी में ही इन खिलाड़ियों की रैंकिंग तय होगी। 2022-23 के ओलंपिक और एशियाई गेम्स का यह क्वालीफाइ भी होगा।बता दें कि टीएचडीसी और आईटीबीपी के तकनीकी सहयोग से इंडियन ओलंपिक संघ, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन और उत्तराखंड कयाकिंग एवं केनोइंग एसोसिएशन (यूकेसीए) की पहल पर पहली बार टिहरी झील में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता कराई जा रही है। उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डॉ. डीके सिंह ने बताया सेना, बीईजी, दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, यूपी, केरल, त्रिपुरा, भारतीय नौ सेना, उत्तराखंड, बिहार राज्यों के एथलीट यहां पहुंचे हैं। टिहरी झील में के-2, के-4, के-1 और सी-2, सी-4 और सी-के में दमखम दिखाएंगे। यहां के का अर्थ कयाकिंग जबकि सी- का अर्थ कैनोइंग है। झील में 1000 मीटर, 500 मीटर और 200 मीटर का रेसकोर्स तैयार कर बलून और रोप डाली गई हैं। झील में उत्तराखंड कयाकिंग एवं केनोइंग एसोसिएशन की ओर से पहली बार कैनो पोलो का डेमो भी सीएम और केंद्रीय मंत्री के सम्मुख दिया जाएगा।