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कैबिनेट मंत्री के बाद परिजनों पर भी उठने लगे सवाल

बेरोजगार पुत्र पर कहां से आया इतना पैसा ऋषिकेश और आसपास की प्राइम लोकेशन पर धड़ाधड़ खरीदी गई जमीन ,आर्थिक लाभ लेने को की गई विधानसभा भर्ती, होनी चाहिये सीबीआई और ईडी की जॉंच - जयेन्द्र रमोला

 

 

ऋषिकेश , विधानसभा में भर्ती घोटाले के बैक डोर एंट्री अब कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के लिए लगातार परेशानी का सबब बनती जा रही है , विपक्ष के निशाने पर अब  कैबिनेट मंत्री का परिवार भी आने लगा है विपक्ष का आरोप है कि 2022 में कैबिनेट मंत्री के बेरोजगार लड़के के द्वारा नियमों को ताक में रखकर करोड़ों रुपए की जमीनों की खरीद फरोस्त की गई है , जिसमें मंत्री के प्रभाव का इस्तेमाल करके नियमों की अनदेखी भी की गई है।

खरीदी गई जमीन के दस्तावेज

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने पार्षदों के साथ प्रेस वार्ता कर भर्ती घोटाले में हुऐ आर्थिक लेन देन के अंदेशे को देखते हुए जल्द से जल्द सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय की जांच करने की मांग की।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि विधानसभा में बैक डोर की भर्ती को विपक्ष सहित सत्ता पक्ष के लोग भी ग़लत मान रहे हैं परन्तु हमें ये अंदेशा है कि इस भर्ती में कहीं ना कहीं बहुत बड़े स्तर पर आर्थिक लाभ लेने के लिए ये भर्तियाँ की गई है और हमें इस बात का अंदेशा इसलिये है कि पूर्व में हमारे युवा कांग्रेस के साथी अभिनव मलिक ने एक जनवरी 2022 को प्रेस व सोशल मीडिया के माध्यम से इन नियुक्तियों के होने की अग्रिम सूचना दी वो भी नामों को उजागर करके जबकि भर्ती को वित्तीय संस्तुति 30 मार्च 2022 को वित्तीय मंत्री बनते ही प्रेमचन्द अग्रवाल ने दी और इस पर मुख्य रूप से हम आर्थिक लाभ लेने की बात इसलिये भी कर रहे हैं कि मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल के परिवार वालों के नाम चुनाव से कुछ माह पूर्व व चुनाव के कुछ माह बाद करोड़ों रूपये की सम्पत्ति की ख़रीद की गई ऐसी कौन सी लाटरी लगी कि विधानसभा जैसे बड़े चुनाव लड़ने के पूर्व व तुरंत बाद करोड़ों रूपयों की सम्पत्ति कहॉं से और कैसे ख़रीदी गई, हमें लगता है कि कहीं ना कहीं यह सम्पत्तियाँ विधानसभा की भर्तियों की एवज़ में ली गई है ।
रमोला ने बताया कि सबसे बड़ी बात ये है कि विवादित खसरा संख्या 279/1 भरत विहार में तत्कालीन उपजिलाधिकारी द्वारा मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल के बेटे पीयूष अग्रवाल को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया और तो और नगर निगम में भी सम्पत्ति को दर्ज करवाया गया जबकि वर्षों से वहाँ रहने वाले परिवारों को आज तक ये सुविधा नहीं दी गई ये भी जाँच का विषय है ।
रमोला ने कहा कि हम मंत्री की बर्ख़ास्तगी के साथ साथ माननीय सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में सीबीआई की जाँच व प्रवर्तन निदेशालय की जाँच माँग करते हैं ताकि ये भर्ती के दौरान ली गई सम्पत्तियों की निष्पक्ष जाँच हो सके, क्योंकि ये हमारे उत्तराखंड के युवाओं के साथ छल करने का काम किया गया है हम विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी से भी माँग करते हैं कि आप पूर्णत: निष्पक्ष जांच करें और दोषियों पर कार्यवाही करें अन्यथा हमें उच्च न्यायालय की शरण लेनी पड़ेंगी ।
युंका नेता एडवोकेट अभिनव सिंह मलिक ने कहा कि मैंने जनवरी के माह में पहले ही प्रेस के माध्यम से बताया था कि तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा गुप चुप तरीके से नियुक्तियां की जाने वाली है परन्तु उस वक्त सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया और बैक डोर से भर्ती की गई इसलिये विधानसभा में जो भी भर्ती बैक डोर से की गई हैं उन्हें जल्द से जल्द निरस्त की जाएं और प्रदेश के युवाओं को नौकरी दी जाएं । अन्यथा युवाओं सड़को पर उतरकर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे ।

प्रेस वार्ता में पार्षद राकेश सिंह, पार्षद देवेन्द्र प्रजापति, पार्षद शकुन्तला शर्मा, पार्षद भगवान सिंह, पार्षद अजीत सिंह गोल्डी मौजूद थे ।

Krishna Rawat Dobhal

Awarded by Bjp mahila morcha on international women's day for the field of Journalism, Nari shakti samman by Mahila Ayog(2023),Gauradevi saman 2014,Journalist by profession, photography my passion Documentaries maker ,9 years experience in web media ,had internship with leading newspaper and national news channels, love my work BA(Hons) Mass Communication and Journalism from HNBGU Sringar Garhwal , MA Massa Communication and Journalism from OIMT Rishikesh

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