लगातार हो रहे हैं हादसे , एनएच पर कोई आदेश प्रभावी नहीं
ट्रक की चपेट में आने से स्कूटी सवार घायल , क्रिटिकल कंडीशन में एम्स में चल रहा है इलाज , त्योहार के सीजन में आखिर कैसे बीच बाजार पहुंच रहे हैं ट्रक , स्थानीय प्रशासन पूरी तरह फेल , अतिक्रमण बना सबसे बड़ा जी का जंजाल
रिपोर्ट _ कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश , ऋषिकेश के व्यस्ततम राष्ट्रीय राजमार्ग हरिद्वार रोड पर डाक्टर भारद्वाज क्लीनिक के पास एक स्कूटी सवार तेजी से आते ट्रक की चपेट में आ गया, जिस पर सवार एक व्यक्ति और एक बच्चा घायल हो गया, जिन्हे तुरंत AIIMS ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है जहां डॉक्टर उपचार कर रहे हैं ।
गौरतलब है कि ट्रक समान खाली करके भरत मंदिर पार्किंग में जा रहा था तभी यह हादसा हो गया , लेकिन ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि त्योहार के सीजन में जब सड़क पर पैदल चलने की जगह नहीं है ऊपर से अतिक्रमण का बुरा हाल है तब भारी वाहनों का प्रवेश शहर के अंदर कैसे हो रहा है , पुलिस और स्थानीय प्रशासन दावे तो बहुत कर रहा है लेकिन उनकी पोल खोलने के लिए यह घटना ही काफी है , क्योंकि शहर में एनएच सहित संपर्क मार्गों पर भी भारी मात्रा में ट्रैफिक का दबाव रहता है और ट्रकों से सामान लोडिंग अनलोडिंग होता रहता है जिसका खामियाजा समय-समय पर यहां रहने वाले लोग उठाते रहते हैं फिर भी प्रशासन कभी भी इन पर कार्रवाई करता हुआ नजर नहीं आता ।
त्योहार के सीजन में आलम यह है कि कोयल घाटी से चंद्रभागा पुल तक 5 मिनट का समय आने जाने में लगता है लेकिन अतिक्रमण के चलते बाहर से आने वाले पर्यटकों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है , ना तो इस पर कभी जनप्रतिनिधि आवाज उठाते हैं और ना ही कभी एनएच अधिकारी और स्थानीय प्रशासन कार्रवाई करता हुआ नजर आता है सीधी बात है व्यापारी प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों पर भी हावी हो रखे हैं जिसका खामियाजा यहां की जनता को समय-समय पर उठाना पड़ता है ऋषिकेश एक ऐसा शहर बन गया है जहां ना मुख्यमंत्री का बुलडोजर चलता है ना ही कोई आदेश , इस गंभीर मुद्दे पर जरा सोचिए गा जरूर