उत्तराखंड विधानसभा ने रचा इतिहास, यूसीसी बिल पास
ब्रेकिंग _यूसीसी विधेयक सदन में बहुमत से पास_ 2 दिन तक चर्चा के बाद हुआ फैसला, अब राष्ट्रपति लगाएगी मोहर ,विधानसभा सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित।

रिपोर्ट _ कृष्णा रावत डोभाल
यूसीसी विधेयक सदन में बहुमत से पास_ 2 दिन तक चर्चा के बाद हुआ फैसला, अब राष्ट्रपति लगाएगी मोहर ,विधानसभा सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित।
देहरादून , उत्तराखंड विधानसभा में आज का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया , यूसीसी बिल सदन पटेल पर चर्चा के बाद धवानिमत के साथ पास हो गया इसके साथ ही उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी बिल भी सर्वसम्मति से पास हो गया। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में पीएम मोदी को सदन ने शुभकामनाएं भेजी। साथ ही सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है।
गौरतलब है कि विधानसभा में भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत होने के चलते बिल के पास होने में कोई दिक्कत नही थी , बीजेपी के विधानसभा में 47 सदस्य हैं। कुछ निर्दलीय विधायकों का भी उसे समर्थन प्राप्त हुआ, जिसके बाद मुख्यमंत्री धामी के संबोधन के बाद तुरंत ही ध्वनि मत के साथ उत्तराखंड की विधानसभा ने इतिहास रच दिया । विधानसभा के बाहर कार्यकर्ता भी ढोल दमो के साथ उत्सव मनाने की तैयारी में जुट गए हैं, कुछ ही देर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रेस से मुखातिब होगे।
आज सदन में बोलते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प में उत्तराखंड सदन की ओर से यूसीसी एक आहुति है, जाती धर्म लिंग क्षेत्र के आधार पर भेद करने वाले व्यक्तिगत सभी नागरिक कानूनों में समनता लाने का काम किया है ,संविधान में भी जनजातियों को विशेष संरक्षण प्राप्त है, इसलिए यूसीसी से उनको बाहर रखा गया है ,जायज या अन्य रिश्तों से जन्मे बच्चों को पूरा सरंक्षण दिया गया है,विवाह विच्छेद से संबंधित अनेक कानून चल रहे थे, उनमें समानता लाने का काम किया है ,यूसीसी में पति की मृत्यु पर किसी भी महिला के दुबारा शादी करने से संबंधित कुप्रथाओं को समाप्त कर दिया गया है ,हमनें संविधान के अनुच्छेद 342 के अंतर्गत वर्णित हमारी अनुसूचित जनजातियों को इस संहिता से बाहर रखा है, जिससे उन जनजातियों का और उनके रीति रिवाजों का संरक्षण किया जा सके ।