आपदा से सबक नहीं ले रहा है उत्तराखंड
नियम कायदों को दरकिनार करके बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं पर्यटक , चारों धाम फुल
रिपोर्ट कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश , चार धाम यात्रा शुरू होते ही सरकार की व्यवस्थाओं के दावे धूल चाटने लगे बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटक और तीर्थयात्री उत्तराखंड के लिए जाम का सबब बनने लगे हैं हालात यह है कि चारों धाम की स्थिति ओवरलोडेड हो गई है हर जगह वाहन ही वाहन पहाड़ पर नजर आ रहे हैं ।
पर्यटन विभाग ने शुरू में ही सीमित संख्या का दावा किया था लेकिन कैपेसिटी के फुल होने के बाद भी बड़ी संख्या में पर्यटक यात्रा करने पहुंच रहे हैं ना कोई नियम मान रहा है ना कोई नियम मनवा रहा है ऐसे में पूर्व की आपदा से सरकारें सबक नहीं ले रही है प्रकृति पर दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है जिसका नतीजा कभी भी सामने आ सकता है , बद्रीनाथ केदारनाथ गंगोत्री यमुनोत्री चारों धामों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और इसका असर आप पहाड़ पर देख सकते हैं ना रहने की व्यवस्था है ना खाने की व्यवस्था है हर जगह वाहन ही वाहन नजर आ रहे हैं जिसका खामियाजा कभी भी उठाना पड़ सकता है क्योंकि मौसम भी करवट बदलने लगा है इसलिए सचेत हो जाना चाहिए।
चार धाम यात्रा एक लंबे अंतराल के बाद पटरी पर लौटी है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि शासन और प्रशासन नियम और कायदों को दरकिनार करके यात्रियों और पर्यटकों को खुली छूट दे दे जिसका नतीजा कभी भी विस्फोटक हो सकता है पहाड़ों पर मौसम ने करवट बदलना शुरू कर दिया है और यह करवट अभी तक 20 से अधिक जान ले चुकी है सरकारी गाइडलाइन और स्वास्थ्य व्यवस्था धरी की धरी रह गई है जिस पर सरकार खरी नहीं उतर रही है।