हरिद्वार में कुट्टू का आटा बना जानलेवा, 67लोग अस्पताल में
नवरात्रों के सीजन में एक बार फिर सामने आया कोट्टु का जहर , खाने वाले बीमार होकर लगातार हो रहे हैं हॉस्पिटल में भर्ती प्रशासन ने की कुट्टू का आटा ना खाने की अपील
रिपोर्ट_कृष्णा रावत डोभाल
हरिद्वार , नवरात्र के आते ही कुट्टू के आटे की डिमांड बढ़ जाती है लेकिन हर बार नवरात्रों के व्रत में कुट्टू का इस्तेमाल करना मुसीबत का सबब बनता जा रहा है ताजा मामला हरिद्वार जिले का है जहां पर कुट्टू का आटा खाने से 67 बीमार हो गए और आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया अभी भी लगातार मरीजों के आने का सिलसिला जारी है मौके पर प्रशासन मौजूद है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि उत्तराखंड में खाद्य विभाग इतना बड़ा और महत्वपूर्ण विभाग है लेकिन सैंपल और चेकिंग के नाम पर सिर्फ फॉर्मेलिटी की जाती है त्योहार के समय नकली समान बाजारों में धड़ल्ले से बिकता है लेकिन उस पर रोक लगाने का जिम्मा जिस प्रशासन पर है वह हमेशा ही निकम्मा साबित होता है और इसका सीधा खामियाजा शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ता है मुनाफाखोरी पर आज तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई जिससे मिलावट खोर बेखौफ मिलावटी सामान को बाजार में भेजते जा रहे हैं फॉर्मेलिटी के नाम पर सैंपलिंग होती है और सैंपल जेब भरने के बाद ठीक-ठाक निकल आते हैं ऐसे में जनता की मौत से खिलवाड़ करने वाले के हाथ प्रशासन से और कानून से ज्यादा लंबे साबित हो रहे हैं अब रुख करते हैं हरिद्वार का जहां पर लगातार मरीजों के आने का सिलसिला जारी है जिला प्रशासन ने नवरात्रि में व्रत रखने वालों से अपील करी है कि कोट्टू के आटे का सेवन ना करें
जिला अस्पताल में मरीजों का इलाज चल रहा है है वहीं जिला प्रशासन में मरीजों के लगातार आने से हड़कंप मच गया है तुरंत जिलाधिकारी रवि शंकर पांडे सीडीओ सौरभ कुमार सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार अवधेश सिंह हरिद्वार सीएमओ के अलावा अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद है
जिलाधिकारी ने अपील की है कि जिन लोगों ने कुट्टू का आटा खरीदा है उसका प्रयोग ना करें अभी मरीजों का आना जारी है
ये सभी लोग हरिद्वार के कांगड़ी , गाजीवाली और श्यामपुर के रहने वाले है और भूपतवाला ब्रह्मपुरी जोगीवाला के रहने वाले हैं लोग।
जिला अस्पताल और मेला अस्पताल में चल रहा इलाज।खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्यशैली सवालों के घेरे में।