जी-20 की मेजबानी ऋषिकेश को और कार्यक्रम परमार्थ निकेतन उठने लगे सवाल
सबसे बड़ा सवाल ऋषिकेश के नाम पर g20 की मीटिंग मेजबानी लेकिन सरकारी सिस्टम टिहरी और पौड़ी को दे रहा है तहरीज, ऋषिकेश की उपेक्षा क्यों ??? , जी 20 शिखर सम्मेलन में गंगा आरती की मेजबानी के लिए मेयर ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र ,प्रेषित पत्र में पी एम से मेयर ने त्रिवेणी घाट पर विश्व योग दिवस का आयोजन करने का किया आग्रह*
रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल
ऋषिकेश- जी 20 शिखर सम्मेलन की मेजवानी उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध शहर ऋषिकेश को मिली है , लेकिन ऋषिकेश के नाम का सिर्फ उपयोग हो रहा है और सारे कार्यक्रम टिहरी और पौड़ी डिस्ट्रिक्ट में कराने की तैयारी सरकारी सिस्टम कर रहा है , ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यों ऋषिकेश की उपेक्षा की जा रही है जबकि इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए ऋषिकेश में एक पत्थर भी नहीं रखा जा रहा है , जी-20 के लिए सारा बजट तेरी और पड़े डिस्ट्रिक्ट में खर्च किया जाएगा , ऐसे में किसे दोष दिया जाए सवाल यह है आखिर ऋषिकेश शहर का नाम सिर्फ दर्शन के लिए है अब खबर विस्तार से……..
नगर निगम महापौर ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र प्रेषित कर उनसे देवभूमि ऋषिकेश में आयोजित होने जा रहे जी 20 शिखर सम्मेलन में तीर्थ नगरी की हद्वय स्थली त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती एवं हर वर्ष 21 जून को आयोजित होने वाले योग महोत्सव को गंगा तट पर आयोजित करने का आग्रह किया है।
प्रधानमंत्री को प्रेषित पत्र में नगर निगम महापौर ने उन्हें अवगत कराया कि ऋषि मुनियों की तप स्थली रही ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर गंगा,जमुना और सरस्वती का संगम स्थल है। शास्त्रों में भी इसका उल्लेख है। जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान यदि आये मेहमानों को त्रिवेणी घाट की विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में सम्मलित होने का अवसर मिला तो इससे देवभूमि की आभा में चार चांद लगेंगे। प्रेषित पत्र में महापौर ने प्रधानमंत्री से अपने आधयात्मिक गुरू की पावन भूमि को विश्व पटल पर विशिष्ट स्थान दिलाने के लिए उनको साधुवाद देते हुए उनसे विनम्र आग्रह किया कि हर वर्ष आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस यदि त्रिवेणी घाट पर भी आयोजित हो तो इससे योग नगरी ऋषिकेश का नाम सार्थक हो सकेगा और इसका संदेश पूरी दुनिया में जाकर योग की पताका को और आगे बढ़ाने में सहायक साबित होगा।