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लोन चाहिए, जा सकती है गढ़ी कमाई_सुख चैन

साइबर ठग का चाइनीज कनेशन, फर्जी शैल कंपनियों के जरिए करोड़ों की ठगी,उत्तराखंड STF ने ऑनलाइन ठगी का इंटरनेशनल अड्डे का किया भंडाफोड़, 3 अरब की ठगी में 5 चाइनीज शामिल

 

रिपोर्ट _कृष्णा रावत/अमित डंगवाल

देहरादून , सोशल मीडिया के प्रचलन को देखते हुए  अंतरराष्ट्रीय संगठित गिरोह की निगाह देश सहित उत्तराखंड के राज्य में भी बनी हुई , और यहां सोशल प्लेटफॉर्म पर प्रलोभन देकर प्रचार करने वाले उत्तराखंड के लोगों को लगातार अपना शिकार बनाते जा रहे हैं , और देखते ही देखते लोग लोन लेने के चक्कर में अपनी जमा पूंजी को भी गंवा रहे हैं , उत्तराखंड पुलिस ने ऐसे ही एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है जो फर्जी कंपनी बना कर लोगो को लोन देने के नाम पर चूना लगा रहा था और इसकी जड़े पड़ोसी देश चीन तक फैली हुई है अब खबर विस्तार से…….

 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स  आयुष अग्रवाल  अपने कार्यकाल के पहले दिन से ही राष्ट्रीय स्तर के उन गिरोहों की पहचान करने पर जोर दिया है, जो संगठित साइबर अपराध में शामिल हैं, जहां फर्जी ऑनलाइन लोन ऐप प्राथमिकताओं में से एक | इसी क्रम में लूनिया मोहल्ला निकट कालिका मन्दिर देहरादून निवासी के साथ करीब 17 लाख रुपये की ऑनलाईन लोन एप के माध्यम से साईबर ठगी हुई, जिसका संज्ञान साईबर क्राईम पुलिस द्वारा लिया गया जिसमें प्रथम दृष्टया जांच में पाया कि भारत सरकार के NCRP पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी का शिकार हुए पीड़ितों की विभिन्न शिकायतें प्राप्त हुई ।

क्या है मामला कैसे हुआ पर्दाफाश…..

इन शिकायतों की जाँच साईबर थाने की उ0नि0 रोशनी रावत द्वारा की गयी तथा जाँच के उपरान्त उ0नि0 द्वारा ही समस्त ऐसी शिकायतों को सम्मिलित कर 29 दिसम्बर 2022 को साईबर थाने पर दिनांक 29-12-2022 को FIR no-29/22 धारा 109,120बी,384, 385, 419, 420, 469, 500, 501, 504भादवि व धारा 43ए, 66, 66(सी), 66(डी) आईटी एक्ट में अभियोग स्वंय पंजीकृत कराया। उक्त अभियोग की विवेचना के लिए विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें टीम द्वारा अनुमानित 75-80 फर्जी लोन एप को बन्द कराने हेतु कार्यवाही प्रचलन में लायी जा चुकी है साथ ही फर्जी लोन के नाम पर SMS का प्रयोग कर लगभग 70 SMS HEADER को चिन्हित कर इनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए सम्पूर्ण भारत वर्ष में बन्द करवाने का प्रयास प्रारम्भ किया गया |

कोन है मास्टर माइंड…..

अभियोग में 01 अभियुक्त अंकुर ढींगरा पुत्र अनिल ढींगरा निवासी एन-2/79 मोहन गार्डन उत्तम नगर नई दिल्ली हाल डी- 205 मोहन गार्डन नई दिल्ली को उसके गुडगाँव स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त से घटना में प्रयुक्त लैपटॉप, मोबाईल फोन, हार्ड डिस्क व विभिन्न बैको के एटीएम के साथ-साथ अभियुक्त के डीएल/आरसी/आधार कार्ड/पेन कार्ड/मेट्रो कार्ड को भी बरामद किया गया। विवेचना प्रगतिशील है। 10 दिनों की अवधि में स्पेशल टास्क फोर्स की विशेष टीम ने इस तरह के धोखाधड़ी ऑनलाइन लोन ऐप मामलों से जुड़ी तकनीकी चुनौतियों के बावजूद पहले व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। टीम द्वारा इसमे पुलिस कस्टडी रिमाण्ड लिये जाने का प्रयास किया जा रहा है ।

आरोपी ऑनलाइन लोन देने वाली संदिग्ध शेल कंपनी (Hector Lendkaro Private Limited ) का संचालन करने वाले भारतीय मास्टरमाइंड में से एक है। पकड़ी गयी कम्पनी Hector Lendkaro Private Limited की 15 एप RupeeGo, Rupee Here, LoanU, QuickRupee, Punch Money, Grand Loan, DreamLoan, CashMO, Rupee MO, CreditLoan, Lendkar, RockOn, HopeLoan, Lend Now, Cashfull एप जो देश भर में प्रकाश में आये 300 करोड़ रुपये लोगों को अधिक ब्याज / लोन पर देकर लोगों से अवैध वसूली के नाम पर मानसिक उत्पीड़न कर रही है । प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उत्तराखण्ड राज्य में 247 फर्जी लोन एप संचालित है ।

क्या है अपराध का तरीका……

गिरफ्तार किये गये अभियुक्त पूर्व में कई बार चाइना गया है एव इसने चीनी भाषा चाइना मे रहकर ही पढ़ी है, Hector Lendkaro फर्जी कम्पनी वर्ष 2019-20 मे बनायी गयी थी। इस तरह के फर्जी ऑनलाइन लोन ऐप चीन, हांगकांग से बनाए और संचालित किए जाते हैं। उक्त गिरोह के द्वारा ऑनलाईन लोन एप का प्रचार प्रसार चीनी व भारतीय मूल के नागरिकों द्वारा कमीशन देकर कराया जाता है। इनके द्वारा कमीशन के लिए भारत के नागरिकों के माध्यम से कॉल सेन्टर खोलकर फोन करके धमकाया जाता है, व अनाधिकृत रुप से पीडितों के Contact List ,Photo gallery का Access लेकर उनकी अश्लील फोटो बनाकर परिजनों/दोस्तों को भेजा जाता है जिससे उनका मानसिक शोषण करते हुए अवैध धन की वसूली की जाती है।
साथ ही लोगों से बहुत ज्यादा ब्याज दर वसूला जाता है और ऐसी फर्जी कंपनियां हैं जो इस तरह का लोन देने में मदद करती हैं। ये सभी कंपनियां अनधिकृत हैं। अतिरिक्त धन को पुनः परिचालित किया जाता है और अन्य उधारकर्ताओं को अत्यधिक दरों पर दिया जाता है। और पैसे का बड़ा हिस्सा हवाला चैनलों के माध्यम से चलाया जाता है।
पूर्व मे इस प्रकार के लोन एप प्ले स्टोर पर मौजूद रहते थे किन्तु गूगल द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के उपरान्त साइबर अपराधियो द्वारा आम जनता को अपनी बातो मे फसाकर वाट्सअप/एसएमएस एवं अन्य माध्यमो से लोन एप का लिंक भेजकर डाउनलोड कराया जा रहा है।

गिरफ्तार अभियुक्त-
1- अंकुर ढींगरा पुत्र अनिल ढींगरा निवासी एन-2/79 मोहन गार्डन उत्तम नगर नई दिल्ली हाल डी- 205 मोहन गार्डन नई दिल्ली

बरामदगी-
1- एक लैपटॉप 01
2- मोबाईल फोन
3- हार्ड डिस्क
4- विभिन्न बैको के एटीएम-05
5- अभियुक्त का डीएल/आरसी/आधार कार्ड/पेन कार्ड/मेट्रो कार्ड

पुलिस टीम-
1- पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा
2- निरीक्षक विकास भारद्वाज
3- उ0नि0 कुलदीप टम्टा
4- अ0उ0नि0 सुरेश कुमार
5- का0 शादाब अली

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स  उत्तराखण्ड द्वारा अपनी टीम को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि न केवल अपराधियों की पहचान करना है, गिरफ्तार करना है बल्कि इस तरह के धोखाधड़ी एसएमएस को भी रोकना है, जिनके ऊपर प्रभावी काम किया जा रहा है जिससे पूरे भारत में नागरिक लाभान्वित होंगे।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के ऑनलाईन फर्जी लोन/ लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी आँनलाईन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये।

किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलींभांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । कोई भी वित्तीय साइबर धोखाधड़ी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें।

Krishna Rawat

Journalist by profession, photography my passion Documentaries maker ,9 years experience in web media ,had internship with leading newspaper and national news channels, love my work BA(Hons) Mass Communication and Journalism from HNBGU Sringar Garhwal , MA Massa Communication and Journalism from OIMT Rishikesh

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