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उत्तराखंड की एक जेल में 54 कैदी एचआईवी पॉजिटिव

बड़ी खबर_ आखिर उत्तराखंड की जेल में कैसे मिले बड़ी संख्या में एचआईवी पॉजिटिव कैदी,हल्द्वानी जेल में 54 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें एक महिला कैदी भी है पढ़िए पूरी खबर

 

रिपोर्ट _कृष्णा रावत डोभाल

देहरादून/हल्द्वानी, उत्तराखंड में जेल में बंद कैदियों की हालत किसी से नहीं छुपी है , अलग-अलग केस में जेल में बंद कैदी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं लेकिन जेल प्रशासन इन्हें समुचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध नहीं करा पा रहा है ताजा मामला हल्द्वानी का है जहां कैदियों की स्वास्थ्य परीक्षण की जांच कराई गई तो चौकाने वाले मामले सामने आए हैं अब खबर विस्तार से…..

हल्द्वानी जेल में एचआईवी संक्रमित 14 कैदियों के मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. जेल में एचआईवी संक्रमित कैदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हल्द्वानी जेल में 54 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें एक महिला कैदी भी शामिल है. एचआईवी संक्रमित सभी कैदियों का सुशीला तिवारी अस्पताल एआरटी सेंटर में इलाज चल रहा है. यह सभी कैदी जांच के दौरान एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं डॉक्टरों की मानें तो एचआईवी संक्रमित मिले कैदी अधिकतर ड्रग एडिक्ट हैं।
हल्द्वानी जेल में क्षमता से अधिक कैदी हैं. वर्तमान समय में 1629 पुरुष, जबकि 70 महिला कैदी हैं. ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में कैदियों के एचआईवी पॉजिटिव पाए जाने के बाद जेल प्रशासन भी अब कैदियों की रूटीन जांच करा रहा है. जिससे समय रहते एचआईवी संक्रमित कैदियों का इलाज हो सके।

सुशीला तिवारी अस्पताल के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि एचआईवी मरीजों के लिए एआरटी सेंटर बनाया गया है, जहां संक्रमित मरीजों का इलाज किया जाता है. उन्होंने बताया कि जेल में एचआईवी संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने का कारण कैदियों में अधिकतर ड्रग्स एडिक्शन के चलते देखा गया है. जो भी कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाया जाता है, उनको निशुल्क इलाज और दवाइयां दी जाती हैं.
सुशीला तिवारी अस्पताल के प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि एचआईवी पॉजिटिव से घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन इसमें दूसरे मरीजों को एचआईवी ना फैले इसमें सावधानी और जागरूकता बहुत जरूरी है. हल्द्वानी जेल के अधीक्षक प्रमोद पांडे ने बताया कि जेल में जो भी एचआईवी पॉजिटिव मरीज हैं, उनका रूटीन चेकअप सुशीला तिवारी अस्पताल के एआरटी सेंटर के माध्यम से कराया जा रहा है. साथ ही इस बीमारी से बचने लिए कैदियों के बीच जन जागरूकता अभियान चलाकर बचाव की जानकारी दी जा रही है. जेल में 54 एचआईवी पॉजिटिव मरीज हैं. जिसमें एक महिला मरीज भी शामिल है. कैदियों की एचआईवी जांच के लिए समय-समय पर शिविर का आयोजन भी किया जाता है. जानकारी के मुताबिक जांच में फरवरी माह में 23 एचआईवी पॉजिटिव, जबकि मार्च माह में 17 एचआईवी पॉजिटिव कैदी सामने आए हैं. बाकी 14 कैदी पहले के शामिल हैं.

Krishna Rawat Dobhal

Awarded by Bjp mahila morcha on international women's day for the field of Journalism, Nari shakti samman by Mahila Ayog(2023),Gauradevi saman 2014,Journalist by profession, photography my passion Documentaries maker ,9 years experience in web media ,had internship with leading newspaper and national news channels, love my work BA(Hons) Mass Communication and Journalism from HNBGU Sringar Garhwal , MA Massa Communication and Journalism from OIMT Rishikesh

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